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जातीय हिंसा में झुलसे सहारनपुर के शब्बीरपुर जायेंगी मायावती

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती सुबह आठ बजे दिल्ली से कार से चलेंगी। सुबह 10:30 बजे शब्बीरपुर पहुंचेंगी। करीब डेढ़ घंटे तक रहेंगी।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 22 May 2017 08:59 PM (IST)Updated: Mon, 22 May 2017 10:28 PM (IST)
जातीय हिंसा में झुलसे सहारनपुर के शब्बीरपुर जायेंगी मायावती
जातीय हिंसा में झुलसे सहारनपुर के शब्बीरपुर जायेंगी मायावती

सहारनपुर (जेएनएन)। बडग़ांव के शब्बीरपुर में पांच मई को हुई जातीय हिंसा के बाद सियासत गर्मा गई है। मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती शब्बीरपुर पहुंच रही हैं। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री मायावती सुबह आठ बजे दिल्ली से कार से चलेंगी। सुबह 10:30 बजे शब्बीरपुर पहुंचेंगी। करीब डेढ़ घंटे तक रहेंगी। इस बीच घटनास्थल का मुआयना कर पीडि़तों से बातचीत के बाद पत्रकारों से भी वार्ता करेंगी।

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सूत्रों का कहना है कि आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भी 26 मई को शब्बीरपुर आ सकते हैं। मालूम हो, पांच मई को बडग़ांव थानाक्षेत्र के गांव शब्बीरपुर में जुलूस निकालने को लेकर ठाकुरों व दलितों में पथराव, फायरिंग और आगजनी की घटना हुई थी। ठाकुर पक्ष से सुमित की मौत हो गई, जबकि दोनों पक्षों से डेढ़ दर्जन घायल हो गए थे। आरोप है कि 55 दलितोंं के घरों में आगजनी हुई और धार्मिकस्थल में भी तोडफ़ोड़ की गई। मामले में 9 मई को आठ स्थानों पर पुलिस व दलितों में टकराव हुआ था।

35 साल बाद दूसरी बार शब्बीरपुर पहुंचेंगी
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती आज शब्बीरपुर पहुंच रही हैं। ये वही गांव है, जहां से 35 साल पहले उन्होंने राजनीति की शुरुआत कर लखनऊ तक का सफर तय किया था। इसी गांव में दलितों को जोडऩे के लिए दिले सिंह व महेंद्र सिंह के साथ दिन-रात साइकिल पर घूम-घूमकर संघर्ष किया था। गांव के बुजुर्ग धुम्मन ने कहा कि बहनजी को आखिर म्हारी याद आ ही गई।

बुजुर्ग धुम्मन का दावा है कि 35 बरस पहले इसी गांव से बहनजी ने स्व. दिले सिंह व चंदपुर के महेंद्र सिंह के साथ दलितों को जोडऩे के लिए साइकिल पर खूब घूमी थीं। दलित समाज को एक धागे में पिरोने के लिए कड़ी मेहनत करते थे। इसके बाद ही बसपा वजूद में आई और बहनजी प्रदेश की मुख्यमंत्री बन गईं। हालांकि सत्ता में रहते हुए मायावती शब्बीरपुर कभी नहीं आई, इस बात की टीस जरूर यहां के दलितों के मन में है।
 


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