मेरठ में जिला अस्पताल व डाक्टरों को बम से उड़ाने की धमकी
मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को पंजाब के कुख्यात आतंकी संगठन बब्बर खालसा के नाम से जिला अस्पताल और डाक्टरों को बम से उड़ाने की धमकी एक पत्र के माध्यम से दी गई है। इस सनसनीखेज पत्र के आने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट जारी किया गया है।
लखनऊ। मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को पंजाब के कुख्यात आतंकी संगठन बब्बर खालसा के नाम से जिला अस्पताल और डाक्टरों को बम से उड़ाने की धमकी एक पत्र के माध्यम से दी गई है। इस सनसनीखेज पत्र के आने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट जारी किया गया है।
धमकी भरा पत्र सीएमओ डा. रमेश चंद्रा के आवास पर जगतारा सिंह के नाम से डाक से भेजा गया। पत्र में लिखा है गरीबों-मजलूमों का इलाज सही से किया करो। गरीबों से इलाज के नाम पर पैसा लोगे तो अंजाम बुरा होगा। डाक्टरों ने लापरवाही बरती तो पूरे जिला अस्पताल और डाक्टरों को बम से उड़ा दिया जाएगा।
एसएसपी दिनेश चंद दूबे ने इंटेलीजेंस और एलआइयू को इस प्रकरण की जांच में लगा दिया। देहली गेट पुलिस मुकदमा दर्ज कर छानबीन में जुट गई। रात तक स्पष्ट नहीं हो सका कि पत्र कहां से और किसने भेजा है। पुलिस की छानबीन में पता चला है कि जगतारा सिंह वर्तमान में पंजाब की एक जेल में बंद है। अलर्ट जारी किया गया है और जिला अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। डीएम पंकज यादव ने बताया कि पत्र का स्रोत पता किया जा रहा है। इस पहलू पर भी जांच की जा रही है कि ये किसी की शरारत तो नहीं है। फिलहाल सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसपी दिनेश चंद दूबे ने बताया कि इंटेलीजेंस और खुफिया विभाग को काम पर लगाया गया है। फिलहाल छानबीन में पुलिस के हाथ कुछ नहीं आया है।
वेस्ट उत्तर प्रदेश पर आतंकी संगठनों की निगाहें
देश की राजधानी दिल्ली और मेरठ समेत वेस्ट यूपी आतंकी संगठनों के निशाने पर शुरू से ही रहा है। मेरठ का कई आंतकी संगठनों से लिंक भी कई बार सामने आ चुका है। आइएसआइ के आतंकी सलीम पतला की गिरफ्तारी भी मुजफ्फरनगर के खतौली में हुई थी। मेरठ निवासी दो आइएसआइ एजेंट पूर्व में पकड़े जा चुके हैं। जिला अस्पताल को बम से उड़ाने की धमकी के प्रकरण में सेना ने भी संज्ञान लिया है। अपने स्तर पर जांच कर रही है। पेरिस में आइएस के आतंकी हमले और इन हमलों के साथ ही इनका यूपी कनेक्शन सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में सक्रियता बढ़ाई गई थी। तीन दिन पहले ही एडीजी कानून-व्यवस्था ने इसकी पुष्टि भी की थी। अब बब्बर खालसा के नाम से जिला अस्पताल को बम से उड़ाने की धमकी के बाद सनसनी फैली हुई है। मेरठ का आतंकी संगठनों और उनके गुर्गो से पुराना नाता भी रहा है। मेरठ के सलीम पतला ने पीएसी कैंप पर बम फेंका था। इसके बाद फरार हो गया था। 19 साल की फरारी के बाद पतला को मुजफ्फरनगर के खतौली में एक साल पहले पकड़ा गया था। आतंकी सलीम मुरादाबाद में छिपकर रह रहा था। मेरठ के लिसाड़ी गेट निवासी पाकिस्तानी जासूस को एटीएस ने चार साल पहले आगरा में पकड़ा था। अब्दुल करीम टुंडा भी मेरठ में गुलावठी का रहने वाला है, जिसे कुछ साल पूर्व ही नेपाल बार्डर से धरा गया था।