यह गूगल गर्ल तो कंप्यूटर से भी तेज निकली
गूगल गर्ल की स्मरण क्षमता देख कर लोग दंग रह गए। उन्होंने मान लिया कि इसकी मेमोरी कंप्यूटर से भी तेज है। मेरठ के माउंटलिट्रा स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में गूगल गर्ल जिया ने आंख पर पट्टी बांधकर एसएमएस एवं कार्ड पढ़कर सुना दिया।
लखनऊ। गूगल गर्ल की स्मरण क्षमता देख कर लोग दंग रह गए। उन्होंने मान लिया कि इसकी मेमोरी कंप्यूटर से भी तेज है। मेरठ के माउंटलिट्रा स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में गूगल गर्ल जिया ने आंख पर पट्टी बांधकर एसएमएस एवं कार्ड पढ़कर सुना दिया। तीन वर्ष पुराने कैलेंडरों की तिथियों एवं सप्ताहों को भी तत्परता से बताया। वंडर ब्वाय के नाम से प्रसिद्ध सत्यम ने मस्तिष्क की क्रियाशीलता बढ़ाने के लिए टिप्स दिए। बच्चों और अभिभावकों के लिए स्कूल में एक दिवसीय का कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
छठवीं क्लास में पढऩे वाली जिया फुटेला आइआइटी रुड़की के छात्रों को ट्रेनिंग दे रही है। जिया के प्रशिक्षक एवं पिता विनोद फुटेला ने बताया कि न्यूरो लिंग्विस्टिक टेक्निक द्वारा सैकड़ों अन्य बच्चों के मस्तिष्क की क्रियाशीलता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दे रहे हैं। सत्यम भी उनका छात्र है। जिया ने पिछले तीन सौ वर्षों का कैलेंडर पढ़ डाला। वह तिथि एवं सप्ताह के दिनों के बारे में चंद सेकंड में ही बता रही थी। इंटरमीडिएट कक्षा के रसायन विज्ञान के 162 समीकरणों को लिखकर बता दिया।
डर में शून्य हो जाता है मस्तिष्क : अपने पिता विनोद के निर्देशन में काम व ध्यान करने की वजह से उसमें गंध और स्पर्श क्षमता विकसित हो गई है। वह आंख बंद कर अक्षरों को पहचान लेती है। विनोद ने बताया कि मस्तिष्क की क्षमता को पांच से दस फीसद ज्यादा सक्रिय कर लेने पर चमत्कारिक परिणाम मिल सकते हैं। मनुष्य का मस्तिष्क 12 वर्ष तक विकसित होता है और इसी बीच बच्चों पर ध्यान देना चाहिए। हरियाणा के पंचकूला निवासी विनोद फुटेला ने बताया कि वह 12 साल से न्यूरो लिंग्विस्टिक टेक्निक से अभिभावकों और छोटे बच्चों को ट्रेनिंग \ दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों में डर पैदा कर पढ़ाना गलत है। ढाई घंटे की फिल्म के हर दृश्य बच्चों को याद होते हैं, जबकि किताब के कुछ पन्ने याद करने में घंटों लगते हैं। बच्चों को उनकी पसंद का कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करें।
याददाश्त और लर्निंग के टिप्स
-सुनने से ज्यादा देखकर सीखते हैं बच्चे।
-रोते बच्चों को प्यार करने की बजाए उन्हें तब पुचकारें जब वे खुश हों।
-बच्चों को हर बात के लिए न करने की बजाए सकारात्मक बातें करें।
-रुचि से एकाग्रता विकसित होती है।
-बच्चे कलर, साउंड, मूवी, आई फैक्टर, जिससे वह स्वयं को जोड़ें, से जल्दी प्रभावित होते हैं।
जिया को मिले हैं ये पुरस्कार
-हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान प्रशस्तिपत्र।
-शांति स्वरूप पुरस्कार।
-पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित।
-नेशनल गर्ल चाइल्ड एवार्ड।