इस नाई की किस्मत 'टाइपिंग बाबा' जैसी कहां, किसी ने नहीं ली सुधि
घटना के 36 घंटे बीतने के बाद वृद्ध नाई कि सुध लेनें सिचाई विभाग के अधिकारी व सरकारी महकमें से कोई भी नहीं पहुंचा वही साम को नाई समाज के सलमानी सविता वेलफेयर संगठन के लोग वृद्ध नाई के ठीहे पर पहंचे और उनके साथ किये गये जेई द्वारा अभद्रव्यवहार
लखनऊ। घटना के 36 घंटे बीतने के बाद वृद्ध नाई कि सुध लेनें सिचाई विभाग के अधिकारी व सरकारी महकमें से कोई भी नहीं पहुंचा वही साम को नाई समाज के सलमानी सविता वेलफेयर संगठन के लोग वृद्ध नाई के ठीहे पर पहंचे और उनके साथ किये गये जेई द्वारा अभद्रव्यवहार के बारे में पूछा और मदद के लिए धंन राशि भी दी साथ ही जेई के ऊपर कार्यवाही कराने के लिए संगठन ने धरना देने की बात भी कही। रोजाना की तरह सोमवार सुबह जान मोम्मद तेलीबाग नहर किनारे अपनी ठीहे पर पहुंचे
जहां वे कुर्सी मेज रख कर नाई का काम करते है। जैसे ही वे वहां पहुंचे वहां
पहले ही लोग उनके हाल चाल लेने के लिए खड़े थे पर वृद्ध जान मोहम्मद कल की
घटना से काफी दुखी दिखे आस पास के पटरी दुकान दारों ने उनका हौशला बढ़ाया और
कहा कि जब आप के साथ हम सभी व मीडिया है तो क्यों इताना परेशान है आप की क्या
गलती है लोगों की आने जाने में दिन के 12 बज गए पर उनके यहां कोई भी ग्रहक
नहीं आया तभी वहीं के एक युवक ने वृद्ध को चाय लेकर पिलाइ।
दिन भर ग्रहक का इन्तजार करते रहे
जान मोहम्मद व उनकी पत्नी सुरईया खातून दिन भर गा्रहक का इन्तजार करते रहे,
गा्रहक तो नहीं पर उनका हाल लेने ंके लिए नाई समाज संगठन के लोग पहुंचे जिसमे
अध्यक्ष मोहम्मद आसिफ महामंत्री रिजवान अहमद व कई कार्यकताओं ने जान मोहम्मद
को धन राशि दी और कहा कि अगर जेई शिव नारायण यहां सभी के सामने माफी नहीं
मांगे गा तो हम सभी नाई समाज के लोग धरना प्रदर्शन करेंगें।
उक्त मामले को लेकर जेई शिव नरायण मौर्या का कहना था कि मैं सरकारी कर्मचारी
हू और विभाग की तरफ से नहर की सफाई की जा रही है जिसके लिए नहर के आस पास लगे
अतिक्रमण को हटाया जा रहा है और मैं रविवार को वहीं हटवा रहा था जो भी मुझसे
गलती हुई उसके लिए मैने एसओ पीजीआई के सामने अपनी गलती स्वीकार की थी।
यह था मामला
पीजीआई नहर के पास वृद्ध नाई अपनी दुकान पेड़ की छाया में लगाता है। नहर सफाई के दौरान सिंचाई विभाग के जेई ने उसकी कुर्सी और शीशा तोड़ डाला जिससे वह बेचारा परेशान है। अब उसकी रोजी रोटी का साधन पूरी तरह से बंद है।
ऐसी ही घटना में मुख्यमंत्री कर चुके हैं मदद
अभी कुछ दिन पहले ही लखनऊ के जीपीओ के सामने एक दारोगा ने बूढे टाइपिंग बाबा का टाइपराइटर लात मारकर तोड़ दिया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उनको नया टाइपराइटर देने के साथ ही उन्हें आर्थिक मदद भी दी थी। लेकिन यहां तो जेई ने माफी तक नहीं मांगी है।