उरई में सिपाहियों ने किया किशोरी से दुष्कर्म का प्रयास, मुकदमा
उरई रेलवे स्टेशन पर बदहवास हालत में मिली किशोरी ने होश में आने के बाद जो सच्चाई बताई उसने खाकी को दागदार कर दिया।
लखनऊ। उरई रेलवे स्टेशन पर बदहवास हालत में मिली किशोरी ने होश में आने के बाद जो सच्चाई बताई उसने खाकी को दागदार कर दिया। कक्षा नौ में पढऩे वाली यह लड़की 27 जुलाई को अपने प्रेमी से मिलने झांसी गई थी। वह रेलवे स्टेशन पर प्रतीक्षा कक्ष में बैठी थी। इसी दौरान दो सिपाही मदद का भरोसा देकर उसको अपने घर ले गए और दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। मकान मालकिन ने उसे बचाकर फिर से स्टेशन पर पहुंचाया। झांसी से वह उरई स्टेशन कैसे पहुंची यह उसे भी नहीं पता।
बुधवार को एक किशोरी उरई रेलवे स्टेशन पर बेसुध हालत में मिली थी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश में आने के बाद उसने आपबीती सुनाई। किशोरी लखनऊ के पारा रोड की रहने वाली है। अपने घर वालों से नाराज होकर वह झांसी में अपने प्रेमी से मिलने चली गई थी। उसका प्रेमी ऋषभ आरपीएफ में सिपाही है। सिपाही राम अभिलाष व अशोक श्रीवास्तव के विरुद्ध पाक्सो एक्ट और दुष्कर्म की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर किया गाया है। झांसी जीआरपी थाना के निरीक्षक ने जिला अस्पताल पहुंचकर किशोरी के बयान लिए। अभी तक किशोरी के माता पिता जिला अस्पताल नहीं पहुंचे हैं।
फेसबुक पर हुई थी दोस्ती
किशोरी के अनुसार झांसी में तैनात आरपीएफ के सिपाही ऋषभ से उसकी दोस्ती फेसबुक पर हुई थी। चैङ्क्षटग के दौरान ऋषभ ने उसे अपना मोबाइल नंबर दिया। उसने भी ऋषभ को अपना नंबर दे दिया था। करीब छह महीने से दोनों के बीच फोन पर बातचीत हो रही थी, परंतु झांसी में वह पहुंची तो ऋषभ समय पर नहीं पहुंचा। हालांकि उसे यकीन है कि वह उससे मिलने यहां जरूर आएगा। उससे उसकी फोन पर उसकी बातचीत हो गई है।