सकारात्मक सोच रखने से मिलती हमेशा कामयाबी : राज्यपाल
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि सकारात्मक सोच से हमेशा कामयाबी मिलेगी। दूसरे के दुखों का समाधान करने की कोशिश से आपका जीवन सार्थक होगा।
लखनऊ (जेएनएन)। अगर आप सकारात्मक सोच रखें तो हमेशा आपको कामयाबी मिलेगी। दूसरे के दुखों का समाधान करने की कोशिश करेंगे, तभी आपका जीवन सार्थक होगा। यह विचार राज्यपाल राम नाईक ने रविवार को व्यक्त किए। वह कबीर शांति मिशन के 27 वें स्थापना दिवस समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। गोमतीनगर स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल (सीएमएस) के ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में अंधकार से प्रकाश की ओर-एक सतत यात्रा शीर्षक पर परिचर्चा आयोजित की गई। कार्यक्रम में पांच लोगों को भी सम्मानित किया गया।
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राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि हमें हमेशा सकारात्मक सोच के साथ कैसे बेहतर काम करना है, इस पर चिंतन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब आपका मन शांत होगा तभी आप दूसरों के दुखों को महसूस करेंगे और उसे दूर करने की कोशिश करेंगे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता और यूपी के पूर्व मुख्य सचिव डॉ. शंभूनाथ ने कहा कि जीवन में सांसारिक माया मोह, स्वार्थ व ईष्र्या ही अंधकार की शक्तियां हैं। कार्यक्रम में कबीर शांति मिशन के मुख्य संयोजक व सेवानिवृत्त आइएएस राकेश कुमार मित्तल ने बताया कि 27 साल पहले कबीर शांति मिशन की स्थापना कानपुर में हुई थी, उस समय मात्र पांच सदस्य थे। अब इसके तीन हजार सदस्य हैं।
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राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि मैंने जीवन के अनुभवों पर आधारित किताब चरैवेति-चरैवेति लिखी है। उन्होंने कार्यक्रम में इसका अर्थ भी समझाया। कार्यक्रम में दो पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। इसमें डॉ. आइपीएस बिसनिक की पुस्तक सार्थक जीवन-तमसो मा ज्योर्तिगमय और पूर्व आइएएस राकेश मित्तल द्वारा लिखी गई पुस्तक मेरी आध्यात्मिक यात्रा का विमोचन राज्यपाल ने किया। न्यायमूर्ति एस.सी वर्मा ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में सीएमएस के संस्थापक जगदीश गांधी, कबीर शांति मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण बिहारी अग्रवाल मौजूद रहे।
इन्हें मिला मानव सेवा के लिए कबीर दीप सम्मान
कार्यक्रम में मशहूर ह्रदय रोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. मंसूर हसन, रिजेंसी अस्पताल कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश अग्रवाल, फर्रुखाबाद के पूर्व सांसद व प्रगतिशील कृषक चंद्र भूषण सिंह, इंदौर की पूर्व प्राचार्य व शिक्षाविद् डॉ. हेमलता व मेरठ के होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. ईश्वर सिंह को समाज में निस्वार्थ सेवा करने के लिए कबीर द्वीप सम्मान से नवाजा गया
आपका भाषण इतना अच्छा अब क्या बोलें
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता व पूर्व मुख्य सचिव डॉ. शंभूनाथ के भाषण की राज्यपाल राम नाईक ने प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आप ने ऐसे वचन बोले की बस अब चिंतन करते हुए घर जाना ही अच्छा लगता है, आपके हाथ में कोई कागज भी नहीं था, जिससे आप भाषण पढ़ते। गंगा की धारा की तरह भाषण है। मगर मैं मुख्य अतिथि के तौर पर आया हूं इसलिए प्रोटोकाल में बोलना ही पड़ेगा।
होम्योपैथिक फ्यूचर साइंस : ईश्वर
मेरठ के विश्वविख्यात होम्योपैथ डाक्टर ईश्वर सिंह ने सम्मानित होने के बाद कहा कि होम्योपैथिक फ्यूचर की साइंस है और नैनो टेक्नोलॉजी पर यह बेस्ड है। रायल लंदन होम्योपैथिक हास्पिटल लंदन से डीएफ होम की डिग्री हासिल करने वाले डॉ. ईश्वर सिंह को कई पुरस्कार मिले हैं। वह कहते हैं कि मेरे पिता प्यारेलाल जी ने मुझे मानव सेवा की सीख दी और होम्योपैथिक डॉक्टर बनने की सलाह दी। वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रेरित होकर ब्रिटिश हुकूमत की नौकरी छोड़कर आए थे। मैं अपने पिता की देश सेवा से प्रेरित काम कर रहा हूं।