इलाहाबाद में बीटीसी प्रशिक्षुओं पर पुलिस ने भांजी लाठियां
परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में 15 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया रुकने से प्रशिक्षुओं का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों प्रशिक्षुओं ने एकजुट होकर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। सचिव के न मिलने एवं समस्या ज्यों की त्यों रहने पर आज कार्यालय में तालाबंदी की
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद सचिव से 15 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ाने की मांग कर रहे बीटीसी प्रशिक्षु आज उग्र हो गए। कार्यालय में तालाबंदी के बाद नारेबाजी होने पर पुलिस ने युवाओं को घेरकर लाठीचार्ज कर दिया। प्रशिक्षुओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। इससे इलाहाबाद शिक्षा निदेशालय में भगदड़ मच गई। पुलिस से बचने के लिए प्रशिक्षु निदेशालय के बाहर होटलों में छिप गए तो पुलिस ने वहां से भी निकालकर पीटा। यह कार्रवाई करीब दो घंटे तक चली। इसमें कई युवा घायल हुए हैं।
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में बीटीसी एवं टीईटी पास 15 हजार प्रशिक्षुओं की सहायक अध्यापक के रूप में भर्ती होनी है। सरकार दिसंबर 2014 में ही इसके लिए शासनादेश जारी कर चुकी है। इसके लिए तीन बार आवेदन भी लिए जा चुके हैं। पहली बार शासनादेश जारी होने के तत्काल बाद दूसरी बार मई 2015 और तीसरी बार 15 सितंबर को आवेदन लेने की प्रक्रिया खत्म हुई है। कुछ दिन पहले परिषद ने प्रशिक्षुओं से वादा किया था कि सितंबर के अंतिम सप्ताह या फिर अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में एनआइसी से डाटा मिलते ही कटऑफ घोषित करेंगे और काउंसिलिंग कराएंगे। इसके बाद भी प्रक्रिया शुरू न होने से खफा प्रदेश भर के प्रशिक्षुओं ने सोमवार से शिक्षा निदेशालय में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय का घेराव किया। सचिव के न मिलने एवं अन्य अफसरों द्वारा बदसलूकी से खफा युवाओं ने कार्यालय में तालाबंदी का एलान किया था। सुबह दस बजे ही कार्यालयों में ताला डाल दिया गया और नारेबाजी शुरू हो गई। पुलिस के पहुंचने पर भी प्रशिक्षु ताला खोलने को तैयार न थे। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे युवा गुस्से में है।
अफसरों की बातचीत बेहद खराब
प्रशिक्षुओं ने कहा कि सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा काउंसिलिंग की तारीख घोषित नहीं कर रहे हैं। इस मामले में प्रदेश के कोने-कोने से आकर युवा जानकारी लेना चाहते हैं लेकिन अफसर युवाओं को इस तरह से झिड़कते हैं कि मानों प्रशिक्षु उनके नौकर हैं