केजीएमयू हास्टल से मिले व्यापमं घोटाले जुड़े कुछ सुराग
व्यापमं घोटाले की जांच कर रही एसआइटी आज लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के 2014 बैच के एमबीबीएस छात्र वीरेंद्र कुमार बिंद को घर से लेकर यूनिवर्सिटी पहुंची। वहां हॉस्टल में उसके कमरे की तलाशी ली और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए। उल्लेखनीय है कि अब तक केजीएमयू
लखनऊ। व्यापमं घोटाले से केजीएमयू का पीछा भी नहीं छूट रहा है। सोमवार को फिर मध्य प्रदेश एसटीएफ चिकित्सा विश्वविद्यालय पहुंची। एसटीएफ अपने साथ वर्ष 2014 बैच के छात्र को लेकर पहुंची थी। छात्र की मौजूदगी में छात्रावास में कमरे की तलाशी ली और कुछ अहम दस्तावेज बरामद किए। बताते चलें कि दिसंबर, 2014 बैच का छात्र वीरेंद्र कुमार बिंद बीते 10-15 दिन से छुट्टी लेकर गायब था। शायद उसे इस बात की भनक लग चुकी थी कि एसटीएफ की नजर उस पर है। भदोही निवासी वीरेंद्र कुमार को एसटीएफ ने रविवार को सीधे उसके घर से हिरासत में लिया और सोमवार को केजीएमयू पहुंची। यहां पहुंच कर एसटीएफ ने चीफ प्रॉक्टर डॉ. एसएन कुरील से संपर्क साधा। छात्र को लेकर एसटीएफ न्यू चक्रवर्ती हॉस्टल स्थित उसके कमरे पर गई। काफी देर तक हॉस्टल में कमरे की तलाशी लेने के बाद महत्वपूर्ण कागजात कब्जे में लेकर एसटीएफ छात्र सहित वापस मध्य प्रदेश लौट गई।
सॉल्वर गैंग से मिले होने का आरोप
सॉल्वर गैंग से मिले होने का आरोपदरअसल, बीते साल दिसंबर में एमपी एसटीएफ पहली बार केजीएमयू में दबिश देकर वर्ष 2013 व 2014 बैच के नौ मेडीकोज को एक साथ पूछताछ के लिए उठाया था और अपने साथ भोपाल ले गई थी। इन छात्रों पर सॉल्वर गैंग से मिले होने का आरोप है। जिन नौ छात्रों पर किसी दूसरे छात्र के स्थान पर मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षा देने के आरोपों की पुष्टि हो चुकी है, उन्हें एसटीएफ ने हिरासत में ले लिया है। तीन छात्रों, जिन्हें पहले ही जेल हो चुकी है उनमें प्रदीप कुमार भारद्वाज, एहसान अहमद व सुशील कुमार वर्मा शामिल हैं। मई में यूपीसीपीएमटी परीक्षा में सॉल्वर की भूमिका में केजीएमयू के जिन दो छात्रों अभिमन्यु सिंह व रमणध्वज सिंह को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने हिरासत में लिया था उनमें अभिमन्यु सिंह बेल पर चल रहा था। उसे मध्य प्रदेश एसटीएफ ने व्यापमं में गिरफ्तार किया था। संभावना यही है कि अभिमन्यु लगातार सॉल्वर गैंग के संपर्क में था। केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर डॉ.एसएन कुरील बताते हैं कि 19 छात्रों को जिन्हें एसटीएफ या तो पूछताछ के लिए साथ ले गई अथवा हिरासत में ले लिया, उन सभी को छात्रावास से निलंबित कर दिया गया है।
गवाहों को सुरक्षा दे मप्र सरकार
व्यापमं घोटाले के गवाहों की मौतों पर उत्तर प्रदेश के खाद्य एवं रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह ने चिंता जताई और कहा कि मध्य प्रदेश सरकार को गवाहों को सुरक्षा देनी चाहिए। झांसी में मंत्री ने कहा कि केंद्र की सरकार उत्तर प्रदेश की बदौलत है। यहां से भाजपा के ७३ सांसद निर्वाचित हुए हैं, लेकिन वे गंभीरता से काम नहीं कर रहे हैं। इसकी बानगी प्रदेश के खस्ताहाल राष्ट्रीय राजमार्ग हैं। प्रदेश की जरूरतों के लिए भाजपा सांसद पैरवी नहीं करते हैं। मंत्री ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने अनेक ऐतिहासिक कार्य किए हैं। इसके चलते आगामी विधान सभा में फिर पूर्ण बहुमत से पार्टी की सरकार बनेगी। मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू करने की तारीख अक्टूबर घोषित कर दी है। इस योजना का लाभ ७५ प्रतिशत जनता को मिलेगा।