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जब स्मृति ईरानी बोलीं, अगर आपका इशारा राहुल गांधी की ओर है, तो नो कमेंट्स

भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) के वार्षिकोत्सव मेनफेस्ट वर्चस्व का शानदार आगाज। लीडेक्स सेशन में बतौर स्पीकर पहुंची स्मृति इरानी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 09:06 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 07:44 AM (IST)
जब स्मृति ईरानी बोलीं, अगर आपका इशारा राहुल गांधी की ओर है, तो नो कमेंट्स
जब स्मृति ईरानी बोलीं, अगर आपका इशारा राहुल गांधी की ओर है, तो नो कमेंट्स

लखनऊ, जेएनएन। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) के वार्षिकोत्सव मेनफेस्ट 'वर्चस्व' का शुक्रवार को शानदार आगाज हुआ। कार्यक्रम के लीडेक्स सेशन में बतौर स्पीकर केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी पहुंची। इस दौरान मैनेजमेंट छात्रों ने विभिन्न पहलुओं पर स्मृति ईरानी से सवाल किए। वहीं, छात्रों के राजनीतिक मुद्दे पर किए एक सवाल पर तो उन्होंने छात्रों से पूछा कि आपका इशारा राहुल गांधी की तरफ है, नो कमेंट्स। 

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इन सवालों के दिए जवाब 
छात्रों ने पूछा : राजनीति में गिरावट इस कदर आ चुकी है कि लोगों ने एक दूसरे का नाम तक रख दिया है। ऐसा क्यों? 
स्मृति ईरानी : (छात्रों से पूछा) आपका इशारा राहुल गांधी की तरफ है?, नो कमेंट्स। 

सवाल : आप ग्लैमरस (फिल्म) इंडस्ट्री छोड़कर राजनीति में क्यों आईं? 
जवाब : किसने कहा फिल्म इंडस्ट्री में ग्लैमर है।

वहीं, तीसरे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर आप को कामयाब होना है कि तो आपकी कम्युनिकेशन स्किल (मैजिक ऑफ कम्युनिकेशन) में धार होनी जरूरी है। जिससे आप लोगों को अपनी ओर खींच सकें। बोली, कोई परफेक्ट नहीं है, बोलने की कला ही व्यक्ति की विद्वता को सामने लाती है। 
कपड़ा मंत्रालय में प्रबंधकों की डिमांड पर बोलीं
स्मृति ईरानी ने कहा कि मछली के जाल से लेकर सेटेलाइट तक टेक्सटाइल से जुड़ा है। इस सेक्टर में जॉब की अपार संभावनाएं हैं। अच्छा और कामयाब प्रबंधक होने के लिए जरूरी है कि आपका कांसेप्ट क्लियर हों। उन्होंने कहा तय करें, लक्ष्य देखना है या कठिनाई। अगर लक्ष्य की ओर निगाहें होंगी तो कठिनाई खुद ही कदम पीछे कर लेंगी।

मानव संसाधन मंत्री रहने के दौरान के वाकये को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मंत्री बनते ही एक विवि के संचालक उनके पास आए और विवि में आने के लिए कहा। इस पर उन्होंने कारण पूछा। तब वह बोले, आप आएंगी तो तभी लोग जानेंगे कि आप अनपढ़ नहीं है। इस पर उन्होंने उस व्यक्ति को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिस दिन उन्हें यह लगेगा कि उन्हें यह साबित करना है कि वह अनपढ़ नहीं है व विवि जरूर आएंगी।

आइआइएम के वार्षिकोत्सव से गुलजार रहा कैंपस
तीन दिवसीय मेनफेस्ट के पहले दिन प्रबंधन, खेलकूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजित हुईं। आइआइएम समेत कई प्रबंधन संस्थानों, विश्वविद्यालयों के छात्र छात्राओं ने मेनफेस्ट वर्चस्व में शामिल होकर धमाल मचाया।

फेस्ट के पहले दिन लीडर्स टॉक के तहत अलग अलग सेशन आयोजित किए गए। सेशन के दौरान मोटीवेशनल स्पीकर व नाइन सेनेटरी नैपकिन की सीईओ रिचा सिंह ने कहा कि नेतृत्व का गुण, जुनून व काम के प्रति समर्पण आदि होना बेहद जरूरी है। कैंपस प्लेसमेंट में इसके मायने और बढ़ जाते हैं। कामयाब होने के लिए अच्छा प्रबंधन होना भी जरूरी है। इतना ही नहीं चयन के बाद खुद की उपयोगिता भी साबित करें। किसी फील्ड में स्पेशलिस्ट बनने की धारणा न बनाएं। हर क्षेत्र में पकड़ बनाएं। रोबोटिक्स का दौर है, महज स्पेशलिस्ट बनकर रहने से काम नहीं चलेगा। हर क्षेत्र पर अपनी पकड़ को मजबूत करें।

 

सुर मयी हुई शाम
आइआइएम व अन्य प्रबंधन संस्थानों के बीच सुर प्रतियोगिता हुई। इसमें छात्रों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया। छात्र सुधांशु ने जब कोई बात बिगड़ जाए, जब कोई मुश्किल पड़ जाए पर जबरदस्त प्रस्तुति दी। छात्र आयुष वर्मा ने लुका छिपी बहुत हुई, सामने आ जाना पर परफार्म कर सबका मनमोह लिया। एक अन्य छात्र ने क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम वो इरादा की प्रस्तुति दी। इसी तरह फोटोग्राफी प्रदर्शनी आइआइएम स्टूडेंट्स ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया। वहीं नुक्कड़ नाटक में छात्र छात्राओं ने अलग अलग विषयों पर मनमोहक प्रस्तुति दी। 


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