यूपी की सीमा को छूकर सुस्त पड़ी मानसून की चाल, उम्मीद बरकरार
यूपी सीमा को छूकर मानसून की चाल सुस्त हो गई है। हालांकि बादलों की आवाजाही जारी है लेकिन बरसने वाले बादल गायब हैं। मौसम विभाग एक-दो दिनों में गर्मी से निजात की बात कह रहा है।
लखनऊ (जेएनएन) उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते करते मानसून की चाल सुस्त हो गई है। फिलहाल बादलों की आवाजाही जारी है लेकिन बरसने वाले बादल गायब हैं। बुधवार तक मानसून पहुंचने के आसार हैं। हालांकि सुस्त पड़े मानसून से इसकी उम्मीद कम कर दी है। मानसून आने के बबाद अगले तीन दिनों तक झमाझम बारिश होने की बात कही जा रही है। यही हाल रहा तो कुछ जिलों में प्री-मानसून बारिश हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार भीषण गर्मी से एक-दो दिनों में निजात मिल सकती है।
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उप्र मौसम विभाग के अनुसार मानसून के बुधवार तक राजधानी पहुंच सकता है। इस वजह से 28 जून से 29 जून तक बारिश होने की संभावना है। आद्र्रता का स्तर 70 फीसदी के पार जाने की वजह से ही उमस बढ़ गई है। मौसम विभाग ने 29 जून तक भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है। हालांकि मानसून ने यूपी के सोनभद्र जिले तक तीन दिन पहले ही दस्तक दे दी थी। इससे मानसून की सक्रियता सतत बढ़ने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं मानसून सोनभद्र तक आकर ठिठक सा गया है। मीरजापुर, चंदौली और वाराणसी में मानसून के बादलों का आना जाना लगा है। बादल की आवाजाही तो पूरे प्रदेश में है लेकिन इससे उमस बढ़ी है।
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मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि परिस्थितियां अब अनुकूल हो रही हैं। मानसूनी बादलों की सक्रियता उत्तर प्रदेश में बढ़ेगी और बारिश के हालात बनेंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिकांश जिलों में तल्ख धूप और गर्म हवाओं का पहरा है। बीते दिनों बारिश के बाद बढ़ी उमस से लोग बेहाल हैं। हवा रुकने पर दम घुटने जैसे हालात बन रहे हैं।