सितंबर-अक्टूबर में हो सकते हैं निकाय चुनाव: एसके अग्रवाल
निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने संकेत दिया कि निकाय चुनाव सितंबर-अक्टूबर में हो सकते हैं। रैपिड सर्वे में देरी के चलते ऐसा हो सकता है।
लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश के निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने सोमवार को संकेत दिया कि निकाय चुनाव सितंबर-अक्टूबर में हो सकते हैं। रैपिड सर्वे में देरी के चलते ऐसा हो सकता है। उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया। कहा कि अपराधियों पर सख्ती नहीं की जा रही।
हिस्ट्रीशीटर और इनामी बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट और रासुका न लगने से खुलेआम घूमते रहते हैं।<br /> राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्र्रवाल ने सोमवार को कमिश्नरी सभागार में आगरा और अलीगढ़ मंडल में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि आरक्षण का रैपिड सर्वे ठीक हुआ या नहीं, ये तय करना सरकार की जिम्मेदारी हैै। इस सर्वे के प्रकाशन के बाद ही चुनाव हो सकते हैं। अगर इसमें देरी होती है तो सितंबर-अक्टूबर के अच्छे मौसम में चुनाव हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी निकाय चुनाव में पहली बार ड्रोन कैमरों से बूथों की निगरानी की जाएगी। जरूरत महसूस होने पर सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे, चुनिंदा बूथों की वेबकास्टिंग होगी। उन्होंने कहा कि निकाय मतदान से 48 घंटे पहले शराब की सभी दुकानें बंद हो जाएंगी। कहा कि विस चुनाव की तरह ही निकाय चुनाव में भी वीपीपैट मशीन का प्रयोग किया जाएगा। हालांकि ये मशीनें चुनिंदा बूथों में लगेंगी।
बैठक में अपर आयुक्त निर्वाचन वेद प्रकाश, विशेष कार्याधिकारी जेपी सिंह, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, एडीजी (कानून-व्यवस्था) आदित्य मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।</p> <p>पांच जून को वोटर लिस्ट का प्रकाशन <br /> मतदाता पुनरीक्षण अब दस दिन और चलेगा। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 25 मई के बजाय अब पांच जून को होगा। मतदाता बनने का मौका 29 मई तक मिलेगा। इससे पहले जून 2016 में पुनरीक्षण अभियान चला था। </p>