हादसों ने रेल ट्रैक रोका, लखनऊ-शताब्दी एक्सप्रेस के छह डिब्बे ट्रेन से अलग
नई दिल्ली से लखनऊ जा रही शताब्दी एक्सप्रेस बुधवार सुबह कपङ्क्षलग टूटने के कारण बुलंदशहर के खुर्जा जंक्शन और कमालपुर स्टेशन के बीच दो हिस्सों में बंट गई
लखनऊ (जेएनएन)। नई दिल्ली से लखनऊ जा रही शताब्दी एक्सप्रेस बुधवार सुबह कपङ्क्षलग टूटने के कारण बुलंदशहर के खुर्जा जंक्शन और कमालपुर स्टेशन के बीच दो हिस्सों में बंट गई। इंजन के साथ आगे निकल गए आधे डिब्बों को डेढ़ किलोमीटर पीछे लाकर कपलिंग जोड़ी गई। इसके चलते ट्रैक आधे घंटे तक बाधित रहा। इससे पहले रोजा से धनबाद जा रही खाली मालगाड़ी के दो डिब्बे हरदोई के बालामऊ जंक्शन पर पटरी से उतर गए।
यह भी पढ़ें: मेरठ में खाकी ने मचाया बवाल, खाक में मिला इकबाल
शताब्दी एक्सप्रेस की कपलिंग टूटी
नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस निर्धारित समय पर नई दिल्ली स्टेशन से लखनऊ के लिए रवाना हुई थी। सुबह 7:42 बजे ट्रेन खुर्जा जंक्शन के नजदीक कमालपुर स्टेशन के पास थी। इसी दौरान बोगियों को जोडऩे वाली कपलिंग टूट गई। ट्रेन के छह डिब्बे अलग हो गए। किसी यात्री को चोट नहीं आई। जानकारी पर मौके पर कई अधिकारी पहुंच गए। इंजन और आगे निकले डिब्बों को पीछे लाया गया। एक्सप्रेस में मौजूद क्यूआर टीम ने ट्रेन के दोनों हिस्सों को कपलिंग से जोड़ा। 8:07 बजे मिनट पर ट्रेन को लखनऊ के लिए रवाना किया गया। स्टेशन अधीक्षक पीके गुप्ता ने बताया कि बोगियां अलग होने की जानकारी पर आला अधिकारियों को दे दी गई है। लखनऊ से अफसरों की टीम जांच करेगी। उधर ट्रेन दो हिस्सों में बंटने के कारण 30 मिनट तक दिल्ली से लखनऊ की तरफ जाने वाली ट्रेनें प्रभावित रहीं। दिल्ली की तरफ से ट्रैक पर आ रही एक मालगाड़ी, नीलांचल एक्सप्रेस, कालका और महानंदा एक्सप्रेस को पीछे ही रोक दिया गया।
यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में आने वाली जबरदस्त भर्ती, युवाओं कर लो तैयारी
हरदोई में मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त
हरदोई जिले के बालामऊ जंक्शन पर पटरी से उतरे मालगाड़ी के दो डिब्बों से खलबली मच गई। पटरी से उतरी मालगाड़ी के मामले में देखा जाए तो मंगलवार की देर रात लगभग 11 बजे रात रोजा से धनबाद जा रही खाली मालगाड़ी बालामऊ रेलवे स्टेशन पर लूप लाइन पर रोका गया था, जिसे ग्यारह बजकर पांच मिनट पर रवाना किया गया। वाशिंग लाइन के पास से गाड़ी निकल रही थी। 22 डिब्बे में डाउन लाइन पर पहुंच चुके थे। अचानक धड़़-धड़ की आवाज के साथ दो डिब्बे पटरी से उतर कर पलट गए। राहत कार्य के लिए ट्रेन की मांग की राहत ट्रेन बुधवार की सुबह पौने छह बजे पहुंची। घटनास्थल से लखनऊ 69 किमी व रौजा 80 किमी दूर है। रेल कर्मचारी भी चर्चा करते रहे कि जब सब काम हो गया तब राहत ट्रेन आई।
यह भी पढ़ें: महोबा में विवाहिता को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म
पसीना बहाते दिखे रेल महाप्रबंधक
मंगलवार देर रात मालगाड़ी के पलटे दो डिब्बों की सूचना मिलते ही मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार भारी लाव लश्कर के साथ स्पेशल ट्रेन से आ धमके। बाधित रेल यातायात को सुचारु रूप से चलाने के लिए पसीना बहाते नजर आए। मंगलवार की देर रात रौजा से धनबाद जा रही मालगाड़ी बालामऊ रेलवे स्टेशन की लुक लाइनपार रुकने के बाद रवाना होते ही हादसा हो गया, जो डिब्बे पलटे है वह ट्रैक लिवर प्वाइंट के पास ही पलटते हैं। समझा जा रहा है कि प्वाइंट खिसक जाने से डिब्बे पलटे हैं। फील हाल मंडल रेल प्रबंधक ट्रैक को बिल्कुल ठीक बता रहे हैं।
यह भी पढ़ें: तीन बेटियां पैदा होने के बाद चौथी को तीन सौ रुपए में बेंचा
जांच से खुलेगा राज
मंगलवार देर रात पलटे मालगाड़ी के दो डिब्बे के बाबत मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल का कहना है कि देखने में सब ठीक ठाक है, लेकिन कही कुछ फाल्ट तो है ही। जांच के बाद ही सही पता चल सकेगा की गलती किसकी है। लखनऊ मुरादाबाद रेल खंड पर बालामऊ स्टेशन के आगे लखनऊ को जा रही मालगाड़ी के डिब्बे पलटने के बाद डिब्बे कुछ इस तरह टूट फूट गए थे कि उनको गैस कटर से काट कर अलग किया गया, तब किसी तरह डिब्बों को ट्रैक से हटाया जा सका। बुधवार को मालगाड़ी के पलटे डिब्बों को हटाने कार्य देर रात में ही शुरू हो गया था। बुधवार को रुक-रुक हो रही वर्षा ने राहत कार्य में बाधा डाली।
यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में आने वाली जबरदस्त भर्ती, युवाओं कर लो तैयारी
सत्याग्रह एक्सप्रेस का इंजन फेल
रक्सौल से चलकर नई दिल्ली तक जाने वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस का इंजन बुधवार की शाम बस्ती के गोविंदनगर-टिनिच रेलवे स्टेशन के बीच फेल हो गया। इससे अप ट्रैक पर करीब 35 मिनट तक गाडिय़ों का संचलन प्रभावित रहा। बाद में मालगाड़ी का इंजन जोड़कर ट्रेन को रवाना किया गया। शाम 5.25 बजे ट्रेन संख्या 15273 सत्याग्रह एक्सप्रेस गोविंदनगर स्टेशन से कुछ आगे बढ़ी तभी उसका इंजन फेल हो गया। चालक ने कंट्रोल को सूचना दी। इसके बाद गोंडा से आ रही मालगाड़ी को टिनिच स्टेशन पर रोक दिया गया। मालगाड़ी के इंजन को तत्काल मौके पर भेजा गया और सत्याग्रह एक्सप्रेस में जोड़कर उसे आगे रवाना किया गया। इस दौरान अप ट्रैक से उक्त अवधि में जाने वाली वैशाली, गोरखधाम व सप्तक्रांति सहित अन्य एक्सप्रेस ट्रेनें प्रभावित हुईं।