गंगा-जमुनी संस्कृति की मिसाल बने शौकत अली
गोरखपुर(डा. सिन्धु कुमार मिश्र)। भारतीय संस्कृति विविधता तथा सामाजिक समरसता की अद्भुत मिसाल
गोरखपुर(डा. सिन्धु कुमार मिश्र)। भारतीय संस्कृति विविधता तथा सामाजिक समरसता की अद्भुत मिसाल है। ¨हदू समाज में हर शुभ कार्य के पहले गौरी गणेश का पूजन व आमंत्रण पत्र पर उनका चित्र अंकित कराना जरूरी होता है, लेकिन जब ऐसा कोई मुसलमान करे तो इसे सामाजिक समरसता की अद्भुत मिसाल ही कहा जाएगा।
ऐसी ही मिसाल पेश की है गोरखपुर के हरपुर-बुदहट थानाक्षेत्र के ग्राम रामनगर- सूरस निवासी शौकत अली ने। उन्होंने पुत्र की शादी के कार्ड में ¨हदू देवी-देवता गौरी-गणेश का चित्र छपवाया है और उस पर शुभ-लाभ का चिह्न भी अंकित कराया है।
बकौल शौकत अली हमारे गांव में ¨हदू-मुसलमान दोनों समुदाय के लोग दशकों से साथ-साथ रह रहे हैं। हम तीज-त्योहार तथा शादी-ब्याह में शामिल होते हैं। एक दूसरे के रस्म- रिवाज को निजी जीवन में भी उतारते हैं। साथ ही एक दूसरे की भावनाओं का भी पूरा सम्मान करते हैं। हम तो दिवाली पर दीप जलाने व होली में रंग खेलने से भी परहेज नहीं करते। ¨हदू परिवार के लोग भी ईद व मोहर्रम जैसे हमारे पर्व में पूरे मनोयोग से शामिल होते हैं। बेटे की शादी तय हुई तो सभी ¨हदू भाइयों को आमंत्रित करना ही था। ऐसे में परिवार के लोगों ने तय किया कि ऐसा निमंत्रण पत्र तैयार किया जाए कि वे लोग कुछ दिन तक अपने घरों में रखे। इसी सोच के तहत निमंत्रण पत्र को तैयार किया गया है।
गांव के पूर्व प्रधान ठाकुर प्रसाद मिश्र का कहना है कि मुसलिम परिवार के लोग मेरे पड़ोस में ही रहते हैं। कभी भी कोई आयोजन होने पर वे पूरी निष्ठा से शामिल होते हैं। देश के किसी भी कोने में ¨हदू-मुस्लिम विवाद करके भले ही सांप्रदायिक रंग दिया गया हो। माहौल भी भले ही चाहे जितना भी खराब हुआ हो, लेकिन गांव में ऐसा कभी नहीं हुआ। बस ईश्वर से यही दुआ रहती हैं कि इसे किसी की नजर न लगे।