समाजवादी पार्टी की मिशन 2017 की जोरदार तैयारी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2017 में फिर परचम लहराने की जुगत में लगी समाजवादी पार्टी ने पिछली बार हारी 196 सीटों को जीतने की मुहिम शुरू कर दी है। इन सीटों पर टिकट के दावेदारों का पैनल बनाने के बाद पार्टी ने क्षेत्र की समस्या, विकास कार्यो की स्थिति व टिकट
लखनऊ (परवेज अहमद)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2017 में फिर परचम लहराने की जुगत में लगी समाजवादी पार्टी ने पिछली बार हारी 196 सीटों को जीतने की मुहिम शुरू कर दी है। इन सीटों पर टिकट के दावेदारों का पैनल बनाने के बाद पार्टी ने क्षेत्र की समस्या, विकास कार्यो की स्थिति व टिकट मांगने वालों की क्षेत्र में पैठ का आकलन करने का जिम्मा एक निजी एजेंसी को दिया है। एजेंसी दो माह में रिपोर्ट देगी।
सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी का कहना है कि हमारी पार्टी की चुनाव की तैयारी शुरू है और हमेशा की तरह क्षेत्र का आकलन इस बार भी हो रहा है। पार्टी का मुख्य फोकस 2012 में हारी गईं 196 सीटों पर है। सूत्रों का कहना है कि सपा मुखिया मुलायम सिंह और मुख्यमंत्री व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिलाध्यक्षों, हारी सीटों की पड़ोसी सीटों से जीते विधायकों से हार के कारणों की रिपोर्ट ली थी।
तब फैसला हुआ था कि अगले चुनाव की संभावित तारीखों से एक साल पहले ही इन सीटों के प्रत्याशी घोषित करने का दांव आजमाया जाएगा। अखिलेश यादव ने आधा दर्जन मंत्रियों की साक्षात्कार समिति का गठन किया था, जिसने इन सीटों से टिकट मांग रहे 1500 दावेदारों का एक पखवारे तक साक्षात्कार लिया और फिर तीन-तीन दावेदारों का पैनल बनाकर अंतिम निर्णय का अधिकार मुलायम को सौंप दिया। इस बीच अखिलेश यादव ने जिला संगठन के लोगों के साथ ही चुनाव पूर्व आकलन व सर्वे में विशेषज्ञता रखने वाली एक एजेंसी से 196 सीटों का आकलन शुरू कराया है।
एजेंसी को क्षेत्र की समस्या, विकास कार्यों की स्थिति, लोहिया आवास, समाजवादी पेंशन योजना के वितरण का हाल, जातीय समीकरण और टिकट के दावेदारों की पैठ पर रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। सूत्रों का कहना है कि तटस्थ संस्था और संगठन की रिपोर्ट का मिलान करने के बाद ही प्रत्याशी घोषित करने का निर्णय किया जाएगा।
दूसरी ओर अखिलेश यादव ने पार्टी सचिव व एमएलसी एसआरएस यादव को बूथ कमेटियों के गठन का काम जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है।