आरओ/एआरओ परीक्षा निरस्त कराने के लिए आंदोलन नौ दिसम्बर से
आयोग की पीसीएस 2015 के बाद अब आरओ/एआरओ 2016 का प्रश्नपत्र लीक होने का मुखर आरोप लग रहा है। आयोग को साक्ष्य सौंपे जा चुके हैं और प्रकरण को हाईकोर्ट ले जाने की तैयारी है।
इलाहाबाद (जेएनएन)। उप्र लोकसेवा आयोग की एक और परीक्षा का पेपर आउट होने का प्रकरण सतह पर आ गया है। आरओ/एआरओ 2016 का हल प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पहले ही युवाओं के वाट्सएप पर था। इसके सबूत सौंपने के बाद भी आयोग परीक्षा रद करने को तैयार नहीं है। ऐसे में आंदोलन का खाका तैयार हो गया है। नौ दिसंबर से प्रतियोगी सड़क पर उतरेंगे।
आयोग की पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2015 के बाद अब आरओ/एआरओ 2016 का प्रश्नपत्र लीक होने का मुखर आरोप लग रहा है। आयोग के अफसरों को इस संबंध में साक्ष्य सौंपे जा चुके हैं और प्रकरण को हाईकोर्ट भी ले जाने की तैयारी है। इस मुद्दे के जरिए जमीनी जंग भी छिडऩे जा रही है। मंगलवार को भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष कौशल सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में बैठक करके रणनीति बनाई। उन्होंने बताया कि यूपी पीएससी यूडीए-2016 कैंसिल सपोर्ट ग्रुप बनाया गया है इस पर प्रतियोगी जुड़े और आंदोलन के सहभागी बनें।
मोर्चा आगामी नौ दिसंबर को जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को ज्ञापन भेजेगा, 10 दिसंबर को विश्वविद्यालय के यूनियन हाल पर एकत्र होकर कैंडल मार्च निकलेगा, 11 से 13 दिसंबर तक जन जागरूकता अभियान में माइक मीटिंग, पोस्टर अभियान चलेगा। 14 दिसंबर को लोकसेवा आयोग कार्यालय का घेराव होगा। प्रतियोगी देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी मेल और ट्वीट कर इस प्रकरण से अवगत कराएंगे। वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनकी पत्नी सांसद डिंपल यादव को फेसबुक पर पेपर लीक होने के सारे प्रमाण भेजे जाएंगे। युवाओं का कहना है कि सरकार इस मामले में सख्त कदम उठाए और दोषियों को दंडित करें। यहां अनिल उपाध्याय, हर्षवर्धन पाठक, मंसूर, कुंवर साहब सिंह, सुबोध आदि थे।