सीएम के बहनोई ने ताक पर रखा एसडीएम का आदेश
लखनऊ। एटा के पिलुआ क्षेत्र के गुलाबपुर में तीन एकड़ जमीन को लेकर मुख्यमंत्री के बहनोई (ममेर
लखनऊ। एटा के पिलुआ क्षेत्र के गुलाबपुर में तीन एकड़ जमीन को लेकर मुख्यमंत्री के बहनोई (ममेरी बहन का पति) प्रधान सौरभ यादव एसडीएम के आदेश के खिलाफ जमीन कब्जाने पहुंचे थे। वहां विरोध करने पर खूनी खेल खेला, जिसमें दो लोगों की मौत हुई। सौरभ के सरकारी गनर को भी इस दौरान गोली लगी, वहीं दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की हालत कल भी नाजुक थी। घटना के मुख्य आरोपी सौरभ का भाई प्रतीक और किशनवीर फरार हैं।
मामले के अनुसार नगरिया मोड़ पर हाईवे के समीप करोड़ों रुपये की तीन एकड़ जमीन है। जमीन के कब्जेदार और दिनेश यादव पक्ष का कहना है कि सीएम का बहनोई होने की वजह से ही प्रधान सौरभ यादव ने जमीन का अपने हक में फर्जी ढंग से बैनामा कराया लिया। अवागढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम नावली के किशनवीर से इसकी बिकवाली दिखाई गई। दिनेश की मौत के बाद पिता यशवीर ने बताया कि जमीन पर उनकी गेहूं की फसल खड़ी थी। विवाद होने पर उन्होंने एसडीएम के यहां प्रार्थना पत्र दिया।
घटना से एक दिन पहले एसडीएम एमए अंसारी ने फसल काटने का आदेश उन्हें दिया। मंगलवार को दिनेश और परिवार के लोग फसल काट रहे थे। इसी बीच दबंग सौरभ सरकारी गनर रवि चाहर और साथियों समेत पांच-छह गाड़ियों में सवार होकर वहां आ धमका। कब्जे में असफल होने पर और उसने खूनी खेल कर दिया।
पुलिस का कहना है कि घटना के बाद ही मुख्य आरोपी सौरभ यादव और गनर रवि चाहर को गिरफ्तार कर बुधवार शाम जेल भेज दिया। गनर निलंबित कर दिया गया है। सौरभ के फरार भाई प्रतीक और उसके साथी किशनवीर की तलाश में पुलिस की टीम लगी है। जल्द उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।
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यह था जमीन विवाद
मृतक दिनेश के पिता यशवीर सिंह ने बताया कि उसके पिता दो भाई थे। इनमें एक भाई बलवंत सिंह के कोई पुत्र नहीं था, तीन बेटियां थीं। इस पर उन्होंने अपने हिस्से की जमीन तीन बेटियों को न देकर वसीयत उसके बेटों दिनेश, सुल्तान सिंह व जनक सिंह के नाम कर दी थी। पिछले दिनों बलवंत सिंह की पुत्री रामबेटी की दो बेटियों कमला और कुसुमा ने फर्जी वसीयत तैयार कराकर तीन एकड़ जमीन का बैनामा वर्ष 2011 में प्रापर्टी डीलर किशनवीर के नाम कर दिया। जब किशनवीर को लगा कि वह इस विवादित तीन एकड़ जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता तो उसने जमीन का बैनामा प्रधान सौरभ यादव के नाम कर दिया। जिसके बाद से मामला एसडीएम कोर्ट में चल रहा है।
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किनको लगी थी गोलियां
फायरिंग में दिनेश, उसके ताऊ सुल्तान सिंह,भतीजा ध्रुव गोली लगने से घायल हुए थे। जिनमें घायल दिनेश और सुल्तान सिंह की उपचार के दौरान आगरा में मौत हो चुकी है। जबकि ध्रुव जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। उनकी तीन पुत्रियां कुसुमा देवी, कमला देवी व रामबेटी हैं, जबकि वह तीन भाई हैं।