पुरुष मित्र को सामने खड़ाकर पुलिस चौकी में युवती से बलात्कार
कानपुर पुलिस पर एक और आरोप जो सत्य साबित हुआ तो यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा होगी। आरोप है कि जाजमऊ चौकी में तैनात एक सिपाही ने चौकी के अंदर एक युवती से दुष्कर्म किया जबकि इस दौरान उसके पुरुष मित्र को सामने खड़ा रखा गया। युवती के मुताबिक मौके पर
लखनऊ। कानपुर पुलिस पर एक और आरोप जो सत्य साबित हुआ तो यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा होगी। आरोप है कि जाजमऊ चौकी में तैनात एक सिपाही ने चौकी के अंदर एक युवती से दुष्कर्म किया जबकि इस दौरान उसके पुरुष मित्र को सामने खड़ा रखा गया। युवती के मुताबिक मौके पर एक सिपाही और एक अन्य व्यक्ति भी मौजूद थे। एसएसपी शलभ माथुर ने सीओ कैंट को 24 घंटे में जांच रिपोर्ट देने के आदेश दिये हैं। एक तरफ युवती पुलिस चौकी में दुष्कर्म का आरोप लगा रही है वहीं पुलिस ने उसके पुरुष मित्र का चालान कर दिया। पुलिस का कहना है कि इस चालान के कारण ही युवती ने यह आरोप लगाया है।
युवती के अनुसार बीती शाम वह अपने पुरुष मित्र के साथ कहीं जा रही थी जब दो सिपाही व एक अन्य व्यक्ति ने उन्हें रोका और जबरन जाजमऊ चौकी ले आये। चौकी में उसके मित्र को पीटकर दो मोबाइल फोन व 22 हजार रुपये छीन लिये गए। उन्होंने छोडऩे के लिए कहा तो सिपाही ने अश्लील बातें शुरू कर दीं। उन्होंने विरोध किया तो दोनों को जेल भेजने की धमकी दी। इसी बीच एक सिपाही ने शारीरिक संबंध बनाने की शर्त पर उन्हें छोडऩे की बात कही। विरोध करने पर युवती के हाथ पीछे बांधकर उसके मित्र के सामने ही दुष्कर्म किया गया। इस दौरान सिपाही के साथी खड़े रहे। देर रात किसी को कुछ न बताने की बात कहते हुए चौकी से छोड़ दिया गया। युवती ने घर जाकर परिजनों को आपबीती बताई और शिकायत एसएसपी से की।
मानसिक विकृति का नतीजाः डीजीपी
चौकी में सिपाही द्वारा दुष्कर्म करने के आरोप को शहर आये डीजीपी जगमोहन यादव ने भी गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म कोई पद या जाति नहीं करती, यह व्यक्ति की मानसिक विकृति का नतीजा है। ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इंस्पेक्टर चकेरी राजीव द्विवेदी ने बताया कि युवती के पुरुष मित्र का चालान किया गया था। युवती बेबुनियाद आरोप लगा रही है और जांच में सब साफ हो जायेगा। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि घटना संदिग्ध है लेकिन आरोपों की गंभीरता को देखते जांच के आदेश सीओ कैंट को दे दिये गये हैं।