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मुख्यमंत्री योगी से मिले बसपा नेता रामवीर उपाध्याय, भाजपा में जाने की अटकलें तेज

पूर्व कैबिनेट मंत्री रामवीर उपाध्याय ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से आज मुलाकात की। मुलाकात के बाद रामवीर उपाध्याय के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 24 Mar 2017 11:11 AM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 04:54 PM (IST)
मुख्यमंत्री योगी से मिले बसपा नेता रामवीर उपाध्याय, भाजपा में जाने की अटकलें तेज
मुख्यमंत्री योगी से मिले बसपा नेता रामवीर उपाध्याय, भाजपा में जाने की अटकलें तेज
लखनऊ (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री रामवीर उपाध्याय ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से आज मुलाकात की। वीवीआइपी गेस्ट हाउस में करीब आधा घंटे की इस मुलाकात के बाद रामवीर उपाध्याय के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की अटकलें काफी तेज हो गई है।
हाथरस के सादाबाद से बसपा के विधायक रामवीर उपाध्याय को सतीश चंद्र मिश्रा के बाद पार्टी का प्रमुख ब्राह्म्ण चेहरा माना जाता है। इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड बहुमत से जीतने के बाद से ही माना जा रहा था कि रामवीर उपाध्याय भाजपा में शामिल होने की जुगाड़ में हैं।
आज उनके वीवीआईपी गेस्ट हाउस में सीएम आदित्यनाथ योगी से भेंट करने के बाद अटकलें काफी तेज हो गई हैं। सीएम से मुलाकात कर वीवीआईपी गेस्ट हाउस से बाहर आने के बाद बसपा नेता रामवीर उपाध्याय ने सीएम से मुलाकात के बारे में कुछ भी कहने से साफ इन्कार कर दिया। रामवीर उपाध्याय पहले मीडिया से बातचीत के लिए कतरा रहे थे, लेकिन फिर उन्होंने मीडिया से बातचीत की। पूर्व मंत्री और बसपा विधायक  रामवीर उपाध्याय सुबह वीवीआइपी गेस्ट हाऊस में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मिलने पहुंचे तो इसके निहितार्थ निकाले जाने लगे। 
रामवीर ने कहा कि उनकी मुख्यमंत्री से बहुत ही अच्छी मुलाकात हुई है। वह अपनी सुरक्षा और बेटे पर हमले में अब तक आरोपी पूर्व विधायक देवेन्द्र अग्रवाल की गिरफ्तारी की मांग के लिए गये थे। मुख्यमंत्री से रामवीर की मुलाकात की खबर फैलते ही सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चा होने लगी। यह बात तेजी से चल पड़ी कि उपाध्याय ने सात विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने की पेशकश की है।
इससे इतर यह बात भी उठी कि आय से अधिक संपत्ति की जांच की फाइल दोबारा न खुल जाए इसलिए वह योगी की शरण में गये थे। अभी हाल ही में सपा सरकार ने रामवीर उपाध्याय और नसीमुद्दीन सिद्दीकी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में क्लीन चिट दी थी। इसके बाद भाजपा नेताओं ने बयान दिया था कि सरकार बनने के बाद इस मामले की दोबारा जांच कराई जाएगी।
रामवीर ने ऐसी खबरों को खारिज करते हुए साफ कहा कि आठ फरवरी को हाथरस जिले में उनके निर्वाचन क्षेत्र सादाबाद में उनके पुत्र चिरागवीर उपाध्याय पर जानलेवा हमला हुआ था। इस मामले में पूर्व विधायक देवेन्द्र अग्रवाल पर मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने अभी तक देवेन्द्र को गिरफ्तार नहीं किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की अपेक्षा की है।
उपाध्याय ने सुरक्षा के सिलसिले में भी बातचीत की। रामवीर को अदालत के आदेश पर उच्च स्तरीय सुरक्षा मिली है। रामवीर का कहना है कि मुख्यमंत्री ने उनसे कहा है कि सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा।  उन्होंने जानकारी दी कि, मेरे बेटे पर जानलेवा हमला हुआ था,मामले में कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। बसपा नेता ने आगे बताया कि, हमले के मामले में अभी तक दोषियों के संबंध में कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी है। गौरतलब है 8 फ़रवरी को उनके बेटे चिरागवीर उपाध्याय पर हाथरस जिले में चुनाव प्रचार के दौरान हमला हुआ था। हमला एक झगड़े के दौरान शुरू हुआ था, जो मौजूदा विधायक और सपा प्रत्याशी के बीच हुआ था।
मुख्यमंत्री से रामवीर ने लगाई सुरक्षा की गुहार
पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर सुरक्षा और बेटे पर हुए हमले में अभी तक आरोपी पूर्व विधायक की गिरफ्तारी न होने की शिकायत दर्ज कराई।

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