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मूरी दुर्घटना स्थल पर तीन दिन बाद पहुंचे मनोज सिन्हा, झेला विरोध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां नेपाल में भूकंप आने की खबर के चार घंटे के भीतर ही वहां पर राहत सामग्री की व्यवस्था कर दी थी, वहीं रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा उत्तर प्रदेश में रहते हुए 25 मई को कौशांबी जिले में मूरी एक्सप्रेस की दुर्घटना का हाल नहीं

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 28 May 2015 12:54 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2015 01:32 PM (IST)
मूरी दुर्घटना स्थल पर तीन दिन बाद पहुंचे मनोज सिन्हा, झेला विरोध

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां नेपाल में भूकंप आने की खबर के चार घंटे के भीतर ही वहां पर राहत सामग्री की व्यवस्था कर दी थी, वहीं रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा उत्तर प्रदेश में रहते हुए 25 मई को कौशांबी जिले में मूरी एक्सप्रेस की दुर्घटना का हाल नहीं ले सके। मनोज सिन्हा आज जब कौशांबी जिले में मुरी एक्सप्रेस के दुर्घटना स्थल पर पहुंचे तो उनको विरोध भी झेलना पड़ा।

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<स्त्रद्बक्> <स्त्रद्बक्>रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने आज दिन में इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे हैं। यहां उन्होंने प्लेटफार्म के रखरखाव का निरीक्षण किया। इसके साथ ही सिटी साइड के प्लेटफार्म पर नव निर्मित स्वचालित सीढ़ी और जंक्शन परिसर में हाल ही में निर्मित मल्टी फंक्शनल कांप्लेक्स का उद्घाटन किया। इसके बाद वह रेलवे हास्पिटल गए और वहां मूरी एक्सप्रेस हादसे में घायल यात्रियों का हाल जाना। <स्त्रद्बक्>इसके बाद उन्होंने कौशाम्बी जिले का रुख किया। कौशांबी जिले के सिराथू के अथसराय रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार को मूरी एक्सप्रेस के नौ डिब्बे पटरी से उतर गये थे। आज मनोज सिन्हा वहां पहुंचे। उन्होंने &द्बह्वद्वद्य;मूरी एक्सप्रेस दुर्घटना स्थल का जायजा लिया।उनके साथ एनसीआर के महाप्रबंधक सहित रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भी थी। <स्त्रद्बक्> <स्त्रद्बक्>अटसराय रेलवे स्टेशन के पास आज दिन में मुआयना करने पहुंचे रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के सामने गैंगहट कर्मियों ने जमकर प्रदर्शन किया। हंगामे पर उतारू गैंगहट कर्मियों की सुरक्षा बलों से झड़प भी हुई। किसी तरह उन्हें शांत कराया गया। रेल राज्य मंत्री दोपहर 12.40 बजे विशेष ट्रेन से करीब 70 घंटे बाद उस जगह पहुंचे थे जहां सोमवार की दोपहर 1.45 बजे राउरकेला से जम्मू जा रही मूरी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्र्रस्त हुई थी। करीब दस मिनट तक उन्होंने अफसरों के साथ हादसे वाली जगह को देखा। इसके बाद जैसे ही वह विशेष ट्रेन की तरफ बढ़े, सैकड़ों की संख्या में गैंगहट कर्मी नारेबाजी करते हुए उनके सामने आने लगे। यह देख आरपीएफ, जीआरपी तथा स्थानीय पुलिस वाले सकते में आ गए। रेल राज्य मंत्री को घेरे में ले लिया गया, फिर भी बड़ी संख्या में रेल कर्मी उनके पास पहुंच गए और तीन दिनों से भोजन -पानी की बदइंतजामी को लेकर अपना गुस्सा जताने लगे। आक्रोशित कर्मियों को जैसे-तैसे काबू में किया गया। इस दौरान उनकी सुरक्षा बलों से झड़प भी होती रही। &द्बह्वद्वद्य;रेल राज्य मंत्री 1.11 बजे विशेष ट्रेन से इलाहाबाद वापस हुए। इससे पहले उन्होंने मीडिया कर्मियों से अनौपचारिक चर्चा में इतना भर कहा कि रेलवे सेफ्टी कमिश्नर की जांच में जिसे भी इस हादसे के लिए दोषी माना जाएगा, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।


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