पेट्रोल पंप पर चिप लगाने का ठेका लेता था राजेंद्र
राजेंद्र से पूछताछ के आधार पर चार संदिग्धों की भूमिका की भी एसटीएफ गहनता से पड़ताल कर रही है।
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। पेट्रोल पंपों की मशीनों में इलेक्ट्रानिक चिप लगाने वाले आरोपी इलेक्ट्रीशियन राजेंद्र ने एसटीएफ के सामने कुछ पेट्रोल पंप संचालकों से अपनी सेटिंग के राज भी उगले हैं। जिनके जरिए वह पंपों में इलेक्ट्रानिक चिप इंस्टॉल करने का ठेका लेता था। उससे पूछताछ के आधार पर चार संदिग्धों की भूमिका की भी गहनता से पड़ताल की जा रही है।
पुलिस ने बाराबंकी निवासी इलेक्ट्रीशियन राजेंद्र को आठ दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया है। एसटीएफ अधिकारियों ने राजेंद्र से नए सिरे से लंबी पूछताछ की है। राजेंद्र ने कई ऐसे पंप संचालकों व पंप कर्मचारियों के बारे में भी बताया है, जिनके वह सीधे संपर्क में रहता था। उनकी मदद से वह पंपों में चिप लगाने का खेल करता था। सूत्रों के मुताबिक चार संदिग्धों की भूमिका की गहनता से छानबीन की जा रही है। पूरे मामले में कई मोबाइल नंबर भी एसटीएफ के रडार पर हैं। राजेंद्र का कॉल ब्योरा भी खंगाला गया है।
सर्विलांस की मदद से गिरोह से जुड़े रहे कुछ संदिग्धों की लोकेशन भी खंगाली जा रही है। वहीं बुधवार को एसटीएफ अधिकारी पूरे मामले में अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा व आगे की रणनीति बनाने में जुटे रहे। बताया गया कि एसटीएफ आरोपी राजेंद्र को अपने साथ दिल्ली भी ले जा सकती है। हालांकि अधिकारी अभी इस मामले में कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। वहीं राजेंद्र से पूछताछ में सामने आए पेट्रोल पंपों का ब्योरा भी जुटाया गया है। बताया गया कि पुलिस ने राजेंद्र के एक करीबी से भी पूछताछ की है।
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एसटीएफ की टीम ने आरोपी राजेंद्र को पकड़ने के बाद पेट्रोल पंपों में इलेक्ट्रानिक चिप के जरिए तेल चोरी के बड़े मामले का खुलासा किया था। आरोपी राजेंद्र ने उसे इलेक्ट्रानिक चिप लगाने का गुर सिखाने वाले युवकों के नाम भी बताए हैं। पूरी गड़बड़ी के तार दिल्ली से जुड़े पाए गए हैं। एसटीएफ अब अन्य आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
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