विमानों को उड़ाने की धमकी देने वाले को छोड़ा
लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दो विमानों को बम से उड़ाने की धमकी किसी आतंकी ने नहीं बल्कि अलीगंज सेक्टर एफ के सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी मदन गोपाल सिंह के बेटे अनिल सिंह ने दी थी। सर्विलांस सेल की टीम ने अनिल का मोबाइल फोन नंबर ट्रेस
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दो विमानों को बम से उड़ाने की धमकी किसी आतंकी ने नहीं बल्कि अलीगंज सेक्टर एफ के सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी मदन गोपाल सिंह के बेटे अनिल सिंह ने दी थी। सर्विलांस सेल की टीम ने अनिल का मोबाइल फोन नंबर ट्रेस करके कल देर रात को ही उसे हिरासत में ले लिया था। अनिल को अलीगंज थाने में रखा गया था, जहां से आज दोपहर बिना कोई कार्रवाई छोड़ दिया गया।
पुलिस का कहना है कि अनिल मानसिक रूप से बीमार है। इसी के चलते उसने इंटरनेट के जरिए एयर इंडिया के कंट्रोल रूम का नंबर हासिल करके वहां धमकी भरा फोन किया। पुलिस के मुताबिक अनिल कुछ महीने पहले तक ऑनलाइन जॉब ई बिजनेस इंटरनेट कंपनी में काम करता था। ऐसे में पुलिस ने अनिल को बिना सरकारी डॉक्टर को दिखाए छोडऩा संदेह के घेरे में है।
गौरतलब है कि कल रात दो लखनऊ एयरपोर्ट पर विमानों को बम से उड़ाने की धमकी भरे फोन के बाद एयरपोर्ट के अधिकारियों ने पुलिस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी। धमकी भरे फोन के बाद से एयरपोर्ट पर सीआइएसएफ को और सतर्क कर दिया गया था। इस संबंध में एयरपोर्ट अधिकारियों ने पुलिस, आइबी व अन्य खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट किया था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी अनिल सिंह का महानगर के मनोरोग विशेषज्ञ नरोत्तम लाल से इलाज चल रहा है। पुलिस टीम ने इसकी पड़ताल भी करा ली है। आरोपी मानसिक रूप से अस्वस्थ है, इसीलिए उसे बिना मुकदमा दर्ज किए छोड़ दिया गया।
मुकदमा कायम होना चाहिए
पूर्व डीजीपी बृजलाल ने कहा कि अगर किसी का मानसिक बीमारी का इलाज चल रहा है तो उसे जेल भेजना न भेजना कोर्ट का काम है। पुलिस को आरोपी को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश करना चाहिए था। दो विमानों को उड़ाने की धमकी देने वाले को बिना मुकदमा दर्ज किए छोडऩा गलत है। सेवानिवृत्त आइपीएस का बेटा है तो पुलिस ने उसे छोड़ दिया क्या अगर कोई गरीब का बेटा होता तो पुलिस उसे छोड़ती।