दसवीं के टॉपर को चोर बताकर जेल भेजने वाला दारोगा निलंबित
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पुलिस अपनी अजब-गजब कार्यशैली के कारण अक्सर चर्चा में रहती है। ताजा प्रकरण
लखनऊ। दसवीं के टॉपर छात्र को वाहन चोर बनाने वाले दारोगा को कप्तान ने निलंबित कर दिया है। निर्दोष को जेल से निकलवाने की कार्रवाई शुरू हो गई है। एसएसपी के तेवर तल्ख होते ही असली आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया। दारोगा के खिलाफ जांच सीओ मोदीनगर को सौंपी गई है।
निवाड़ी पुलिस ने वाहन चोर बताकर 11वीं के छात्र पतला निवासी मोनी उर्फ आयुष को गिरफ्तार किया था। वह 96 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं कक्षा का स्कूल टॉपर था। बरामद मोटरसाइकिल मोदीनगर से चोरी हुई थी इसलिए मोदीनगर प्रभारी दीपक शर्मा ने आयुष से पूछताछ की। खुलासा हुआ कि आयुष अनजाने में गांव के मोटरसाइकिल चोर सोनी के साथ स्कूटी ठीक कराने जा रहा था। पुलिस को देख सोनी भाग गया। पुलिस ने मोटरसाइकिल के साथ आयुष को वाहन चोरी में गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी धर्मेंद्र यादव को पता चला तो उन्होंने तत्काल जांच अधिकारी दारोगा जय प्रकाश को निलंबित कर दिया। साथ ही छात्र को जेल से निकालने के लिए भी कार्यवाही शुरू करा दी। कोर्ट में पुलिस भारतीय दंड संहिता की धारा 179 के तहत रिपोर्ट देकर छात्र को बेकसूर बताएगी। जिससे उसकी रिहाई संभव होगी। उधर, निवाड़ी पुलिस ने असली चोर सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी जगतराम जोशी को सौंपी है। इस प्रकरण में निवाड़ी के थाना प्रभारी डाल चंद की भूमिका भी सवालों के घेरे में हैं।