मेरी सरकार पर एक रुपये का भी दाग नहीं : मोदी
सहारनपुर विकास पर्व रैली के मंच पर मोदी ने भारत माता की जय के साथ संबोधन शुरू किया और कहा कि देश बदल रहा है लेकिन कुछ लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा है। सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे है। न जात, न पात, मैं सबके लिए काम करता हूं।
लखनऊ। सहारनपुर में विकास पर्व रैली 42 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न कांग्रेस का नाम लिया, न किसी और पार्टी का, लेकिन देश की दुर्दशा, हर समस्या के लिए पिछली सरकार को दोषी ठहराया। लोग एक राजनेता का भाषण सुनने आए थे, लेकिन यह राजनीति शून्य भाषण था। न कोई लोकल कनेक्ट, न यूपी चुनाव का जिक्र। केवल सर्वस्पर्शी विकास योजनाओं का बखान। किसानों का जख्म सहलाया और भ्रष्टाचार के मोर्चे पर अपनी सरकार को बेदाग बताया। हां, एक बड़ी घोषणा जरूर कि केंद्रीय कैबिनेट इसी हफ्ते पूरे देश के लिए डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र 65 साल करने जा रही है।
आज प्रधानमंत्री सहारनपुर में भाजपा की विकास पर्व रैली को संबोधित कर रहे थे। यह मोदी सरकार की दूसरी वर्षगांठ का आयोजन था। वे अपनी सरकार की मार्कशीट लेकर आए थे और सीधे सरकार के रिपोर्ट कार्ड पर आ गए। कहा कि देश के प्रधान सेवक के रूप में दो साल पहले आज के दिन ही शपथ ली थी और आज अपने कामकाज का हिसाब देने आया हूं। एनडीए का नेता चुने जाने पर अपने पहले भाषण में मैने कहा था कि मेरी सरकार देश के गरीबों को समर्पित है। मेरी सरकार ऐसी योजनाओं पर काम कर रही है, जो गरीबों का भला कर सके। मैं राज्य सरकारों से भी यही उम्मीद करता हूं। वे गरीबी का जिक्र बार-बार करते रहे। गरीबों को मुफ्त गैस कनेक्शन देने की योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में उनकी सरकार तीन करोड़ कनेक्शन बांट चुकी है। अगले तीन साल में पांच करोड़ नए कनेक्शन दिए जाएंगे। नारी सशक्तीकरण का इतना बड़ा काम पहले की किसी सरकार ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश बदल रहा है, लेकिन कुछ लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा है। इस पर पूरा पंडाल ठहाकों से गूंज उठा। प्रधानमंत्री ने सबसे बड़ी घोषणा डॉक्टरों के रिटायरमेंट पर की। कहा कि देश में डॉक्टरों की कमी है। पहले मेडिकल कॉलेज नहीं खोले गए, फिर कांग्रेस दोषी रही। उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते केंद्रीय कैबिनेट में डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र 65 साल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जाएगी। यह पूरे देश में लागू होगा। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की कि वे महीने में एक दिन नौ तारीख को गर्भवती महिलाओं का मुफ्त इलाज करें।
फिर वे गन्ना किसानों पर आए। बताया कि किसानों का 14 हजार करोड़ रुपये बकाया था। पहले की सरकार ने चिंता नहीं की। हमारी कोशिश से काफी भुगतान हुआ है। अब करीब 700 करोड़ रुपया बकाया है। उन्होंने चीनी मिल मालिकों को चेतावनी दी कि अब पहले की तरह मनमानी नहीं चलेगी तो खूब तालियां बजीं। 2020 तक किसानों की आय दोगुनी करने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, स्वाइल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना आदि का विस्तार से जिक्र करते हुए उन्होंने किसानों को लुभाने की कोशिश की। अब भ्रष्टाचार की बारी थी। प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि दो साल पहले टीवी, अखबार घोटालों की खबरों से भरे होते थे। क्या कुर्सी पर जनता का पैसा लूटने के लिए किसी को बैठाया जाता है? उन्होंने सवाल किया, क्या दो साल में किसी ने पढ़ा या सुना है कि मोदी सरकार ने एक रुपया भी खाया है? जवाब में जनता चीख उठी...नहीं, नहीं।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजकल हर योजना को किसी जाति या धर्म से जोड़ देने का फैशन चल पड़ा है। मेरे लिए तो 125 करोड़ भारतीय ही मेरा परिवार है। मैं जाति-धर्म के लिए काम नहीं करता, देश के लिए काम करता हूं। सड़कों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार में सड़कें कहां बनती थीं, पता ही नहीं चलता था। अब दोगुना गति से सड़कें बन रही हंै। आजादी के इतने साल बाद भी देश के 18 हजार गांवों में बिजली का खंभा भी नहीं पहुंचा था। हमारी सरकार ने अब तक सात हजार गांवों में बिजली पहुंचा दी है। बहुत जल्द यूपी के सारे गांवों में बिजली पहुंचा दी जाएगी। उन्होंने जनधन योजना, स्वच्छता अभियान के भी लाभ गिनाए। और अंत में विकास को सभी समस्याओं का समाधान बताया।
न जात, न पात, सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे--- सहारनपुर में विकास पर्व रैली के मंच पर आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत माता की जय के साथ संबोधन शुरू किया और कहा कि देश बदल रहा है लेकिन कुछ लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा है। मोदी ने कहा कि सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे है। न जात, न पात, मैं सबके लिए काम करता हूं। हर धर्म, जाति, सम्प्रदाय की बेटियों के लिए काम करता हूं। हम देश के गरीब के जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं। बीमारी से गरीबों का सबसे ज्यादा नुकसान होता है। सफाई पर ध्यान देना होगा। सफाई रहेगी तो बीमारी नहीं आएगी। स्वच्छता अभियान गरीबों के लिए है।
कमियां खोजने पर भी मिल नहीं रहीं--- भारत माता की जय के साथ शुरू हुआ मोदी का संबोधन शुरुआत में केंद्र सरकार की बेदाग छवि पर केंद्रित रहा। बोले कि मेरे काम का बहुत बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है, कमियां खोजी जा रही हैं। लेकिन दो साल में क्या जनता को यह सुनाई पड़ा कि मोदी की सरकार में किसी ने पैसे खा लिए। जवाब में जन समुद्र ने उनकी आवाज में आवाज मिलाई। खचाखच भरे कॉसमोस ग्रीन सिटी मैदान में जगह कम पडऩे के लिए मोदी ने जनता से क्षमा मांगी तो मैदान मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा।
65 फीसद राज्यों के पास, 35 केंद्र के पास---मोदी ने रैली में संघवाद को सरल शब्दों में समझा दिया। कहा कि पहले केंद्र के पास खजाने का 65 फीसद होता था और राज्यों के पास 35 फीसद। लेकिन मेरी सरकार ने इसे उल्टा कर दिया। अब 65 फीसद राज्य के पास है और 35 फीसद केंद्र के पास। मैं खुद सीएम रहा हूं। राज्यों के दर्द को समझता हूं। इसलिए राजस्व का बड़ा हिस्सा राज्यों को दिया और नगर पालिका, नगर निगम, गांव पंचायतों को अधिक से अधिक पैसा दिया जा रहा है। सिर्फ इसलिए कि विकास करो।
गन्ना भुगतान समय से कर दीजिए--मोदी गन्ना बेल्ट में थे सो किसानों की दुखती रग पर भी हाथ रखा। कहा कि गन्ना किसानों का भुगतान समय से हो। केंद्र सरकार इसका मुकम्मल इंतजाम करेगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की चर्चा करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा पर मुआवजे के नियमों में बदलाव किया। सरकार का प्रयास है कि 2022 तक किसान भाइयों की आय दो गुनी हो जाए।
14 साल का वनवास खत्म करिए-- प्रधानमंत्री के भाषण से पहले केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ ने कहा कि अब उप्र में भाजपा का वनवास समाप्त होना चाहिए। पश्चिम में प्रचलित वाहन जुगाड़ का जिक्र करते हुए कहा कि हमने उसे पूरी छूट दी। कोई माई का लाल उसे रोक नहीं सकता था। जब भी भाजपा की सरकार बनी हमने कानून व्यवस्था का पूरा खयाल रखा। अब ऐसा नहीं है। उप्र में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है। उन्होंने जनता से अपील की 14 बरस में राम का वनवास खत्म हो गया था। इसलिए अब यूपी में भाजपा का वनवास खत्म करिए।