स्मार्ट फोन की जगह नकदी देंगी मायावती-बसपा प्रमुख का एलान
सपा के प्रदेश में दोबारा सरकार बनने पर स्मार्टफोन देने के वायदे से दो कदम आगे बढ़कर उन्होंने एलान किया कि बसपा सत्ता में आई तो नकदी और सरकारी खर्च पर गरीबों को घर देगी।
लखनऊ (वेब डेस्क)।बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की दसवीं पुण्यतिथि पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने 2017 के विधानसभा चुनाव अभियान का विधिवत श्रीगणेश किया। वह सपा, भाजपा और कांग्रेस पर जमकर बरसीं।
मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कहा कि वह चुनाव जीतने के लिए किसी हद तक जा सकते हैं। सपा के प्रदेश में दोबारा सरकार बनने पर स्मार्टफोन देने के वायदे से दो कदम आगे बढ़कर उन्होंने एलान किया कि बसपा सत्ता में आई तो नकदी और सरकारी खर्च पर गरीबों को घर देगी।
मान्यवर कांशीराम स्मारक स्थल में कल आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि बसपा किसी से समझौता नहीं करेगी। पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में होने जा रहे चुनाव अकेले दम पर लड़ेगी। वोटरों को सहेजते हुए कहा कि सपा मुखिया के पुत्र मोह के चलते वर्चस्व की लड़ाई में यादव वोट दो खेमों में बंट गया है।
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इस बार शिवपाल और अखिलेश के खेमे एक दूसरे के समर्थकों को हराने की कोशिश करेंगे। मायावती ने बसपा सरकार बनने पर सपा के भ्रष्टाचार व अवैध कब्जे की जांच, अपराधियों को जेल भेजने, एक जाति विशेष के प्रभाव समेत ज्यादातर पुरानी बातें दोहराई और सपा सरकार के कार्यकाल को निराशाजनक व कष्टकारी बताया। कहा कि सपा सरकार उन योजनाओं का ज्यादा प्रचार कर रही है जो बसपा ने शुरू की थीं। उन्होंने मेट्रो और आगरा एक्सप्रेसवे को अपनी योजना बताया। सत्ता में आने पर सभी जाति व धर्म के लोगों की हिफाजत के साथ यह दोहराया कि अयोध्या से जुड़े रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के मामले में वह सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन कराएंगी। यह भरोसा दिया कि उनकी पार्टी घोषणा पत्र जारी नहीं करती लेकिन आज वह जो कह रही हैं उसे पूरा करेंगी। मायावती ने मीडिया और सर्वे के भ्रम में न आने की भी सलाह दी।
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राज्य बंटवारे की फिर सियासत अपनी पिछली सरकार के अंतिम समय में उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटने का प्रस्ताव लाने वाली मायावती ने इस मुद्दे को फिर उछाल दिया है। ठंडे बस्ते में पड़े मामले को बाहर लाकर मायावती ने बंटवारे की सियासत को भी हवा दे दी। उन्हेांने कहा कि केंद्र ने यह प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया और यह सरकार में लटका है। सत्ता में आने पर बसपा केंद्र पर राज्य बंटवारे के लिए दबाव बनाएगी।
कांग्रेस की तरह भाजपा सफेद कर रही काला धन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक चौथाई वायदे पूरे न होने का आरोप लगाते हुए मायावती ने उनकी घोषणाएं गिनाईं और जनता से पूछा कि क्या यह पूरे हुए। माया ने कहा कि काला धन वापस लाने की बात मोदी करते थे लेकिन काला धन लाना तो दूर अब भाजपा सरकार भी कांग्रेस की तरह देश के अंदर के काले धन को सफेद करने में जुट गई है।
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सीबीआइ को लेकर फूटा गुबार
मायावती ने दो टूक कहा सीबीआइ व अन्य जांच एजेंसियों को भाजपा सरकार ने कांग्रेस की ही तरह विरोधियों को प्रताडि़त करने का हथियार बना लिया है। मायावती ने सवाल उठाया कि बसपा सरकार में कई मंत्रियों को बर्खास्त कर उनकी सीबीआइ जांच की संस्तुति की गई लेकिन ललित मोदी और विजय माल्या की तरह किसी को विदेश नहीं भगाया। यह भी कहा कि 2003 में जब भाजपा की केंद्र में सरकार बनी तो मुझे आरएसएस और भाजपा की गिरफ्त में लेने के लिए सीबीआइ का दुरुपयोग किया गया। मेरे सभी रिश्तेदारों को फर्जी फंसाया गया।
गोहत्या पर मुसलमानों की तरह दलितों का उत्पीडऩ
मायावती ने भाजपा पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि दलितों और पिछड़ों को बाबा साहब ने आरक्षण दिया लेकिन भाजपा आरएसएस के एजेंडे पर इसे खत्म करने में लगी है। पदोन्नति में आरक्षण को भाजपा ने ही निष्प्रभावी बनाया है। निजी क्षेत्रों में एससी-एसटी को आरक्षण की व्यवस्था नहीं है और भाजपा शासित राज्यों में इनका उत्पीडऩ हो रहा है। वेमुला कांड, ऊना में दलितों पर हमला और मेवात कांड इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। भाजपा गो-हत्या के नाम पर मुसलमानों की तरह की दलितों का भी उत्पीडऩ कर रही है। कहा कि इस बार भाजपा तीसरे नंबर पर आएगी। संभव है कि चौथे पर चली जाए।
देखें तस्वीरें : लखनऊ में मायावती की रैली के बाद भगदड़ मची
मुसलमानों पर डाले डोरे
मायावती ने मुसलमानों पर डोरे डालने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। कहा कि जबसे भाजपा की सरकार बनी अलीगढ़ और जामिया मिलिया इस्लामिया का अल्पसंख्यक का दर्जा खत्म करने में लगी है। देश में कट्टर ताकतें मजबूत हो रही हैं। गोरक्षा, लव जिहाद और हिन्दू संस्कृति के नाम पर उत्पीडऩ किया जा रहा है। भाजपा सरकार के रहते सच्चर कमेटी की रिपोर्ट लागू नहीं हो सकती। यादव मतों के बिखराव और कांग्रेस तथा छोटे दलों की वोटकटवा की भूमिका बताकर माया ने आगाह किया कि मुसलमान अपना वोट बिखरने न दें और सिर्फ बसपा के साथ खड़े हों। बसपा गरीब सवर्णों को भी आरक्षण की हिमायती है।
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शीला दीक्षित पर निशाना
मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसी ब्राह्मण महिला को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाया जिसने कहा था कि उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों की वजह से दिल्ली गंदी हो गई। उत्तर प्रदेश में 37 और केंद्र में 54 साल राज्य करने वाली कांग्रेस ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया। राहुल गांधी की किसानों की कर्ज माफी को उन्होंने नाटक करार दिया। कांग्रेस को मुस्लिमों का वोट पाने के लिए राजनीति करने का आरोप लगाया।
चुनावी लाभ के लिए युद्ध करा सकते मोदी
माया ने कहा कि उड़ी के शहीदों की चिता की राख ठंडी भी नहीं हुई और मोदी उप्र में दशहरा मनाने आ रहे हैं। वह दीपावली भी यहीं मनाएंगे और यह उनका नाटक है। केंद्र सरकार पर सेना की सर्जिकल स्ट्राइक का लाभ लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ सेना का दिया जाना चाहिए। पंजाब हमले के समय ही अगर कार्रवाई होती तो उड़ी में देश के जवान शहीद न होते। भाजपा चुनावी लाभ के लिए युद्ध भी करा सकती है।
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बसपा छोडऩे वालों पर हमलावर
स्वामी प्रसाद मौर्य पर इशारा करते हुए मायावती ने कहा कि उस भाषणबाज को भी भाजपा रखने पर मजबूर हो गई जिसने हिंदू देवता को गोबर-गणेश कहा था। बसपा प्रमुख ने दयाशंकर सिंह का नाम लेकर कई बार प्रहार किया। स्वाति सिंह का नाम लिए बिना कहा कि भाजपा ने उसे अपनी महिला विंग की कमान दी है जिसने अपने भाई की पत्नी का उत्पीडऩ किया और उसे मायके में रहने पर मजबूर कर दिया।