पंचायत का फरमानः किशोरी के अपहर्ता की बहन उठाने का फरमान
बागपत के एक गांव की युवती दूसरे सम्प्रदाय के युवक साथ चली गई। इससे गांव में तनाव है। यहां की पंचायत ने एलान किया कि चार दिन में लड़की न मिली तो वह आरोपी की बहन उठा लेंगे।
लखनऊ (जेएनएन)। देश भर में पंचायत के तुगलकी फरमान के मामले हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। ताजा मामला, जौहड़ी गांव का है। यहां कुछ दिनों पहले अपहृत किशोरी के न मिलने पर पंचायत बुलाई गई। पंचों ने फरमान सुना दिया कि चार दिन में वापसी न हुई तो अपहरण के आरोपी की बहन को घर से उठा लिया जाएगा। मामला दो संप्रदायों का होने से गांव में तनाव पसर गया है। पंचायत ने आरोपी व उसके परिजनों को ईद का त्योहार न मनाने देने का भी ऐलान कर दिया है। बागपत के जौहड़ी गांव की किशोरी 14 जून को कूड़ी पर गोबर डालने गई थी। आरोप है कि रास्ते में गांव के सोनू ने उसका अपहरण कर लिया। थाने में इसका मुकदमा लिखा दिया। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो किशोरी के परिजनों ने बिरादरी की पंचायत बुला ली। पंचों ने फरमान सुना दिया कि किशोरी की घर वापसी का चार दिन इंतजार करेंगे। इसके बाद आरोपी की बहन को उठा लिया जाएगा। गांव में तनाव है। एसओ दिनेश कुमार ने बताया कि दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एएसपी अजीजुल हक का कहना है कि किशोरी को बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है। बिनौली पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पंचायत का मामला संज्ञान में नहीं है।