आइएएस की हत्या की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने की कर्नाटक जाने की तैयारी
कर्नाटक के आइएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध हालात में हुई हत्या की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अब पुलिस बेंगलुरु जाने की तैयारी कर रही है।
लखनऊ (जेएनएन)। कर्नाटक के आइएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध हालात में हुई हत्या की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अब पुलिस बेंगलुरु जाने की तैयारी कर रही है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक एसआइटी ने हत्या की विवेचना शुरू कर दी है। इस कड़ी में बुधवार को परिवारीजन के बयान दर्ज कराए जाएंगे। इसके बाद एक पुलिस टीम कर्नाटक भेजी जाएगी। एसएसपी के मुताबिक वह परिवारीजन से बात करेंगे कि एक सदस्य पुलिस टीम के साथ बेंगलुरु जाए।
मयंक तिवारी का बयान दर्ज नहीं
आइएएस अनुराग की मौत की गुत्थी सुलझाने में अब तक नाकाम रही राजधानी पुलिस को विसरा रिपोर्ट का इंतजार है। दूसरी ओर पुलिस मंगलवार को अनुराग की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले उनके भाई मयंक तिवारी के बयान नहीं दर्ज कर सकी। एसएसपी ने बताया कि बुधवार को एसआइटी की टीम बहराइच जाकर अनुराग के परिवारीजन के बयान दर्ज करेगी। इसके बाद एक टीम बेंगलुरु जाएगी। टीम वहां अनुराग के कमरे की छानबीन करने के साथ ही उसकी वीडियोग्राफी भी कराएगी। पुलिस को वहां उनके कमरे से कोई डायरी अथवा दस्तावेज मिलने की उम्मीद है, जिनसे इस बात का पता चल सके कि आखिर अनुराग किस घोटाले की जांच कर रहे थे अथवा उन्हें किन लोगों से खतरा था। दूसरी ओर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने से पूर्व अनुराग की मौत का राज जानने के लिए गठित एसआइटी ने अब तक एसएसपी को अपनी कोई रिपोर्ट नहीं सौंपी है। जबकि एसएसपी ने एसआइटी को 72 घंटे में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था।
एफएसएल से विसरा की जांच कराने की सलाह
एसएसपी के मुताबिक उन्होंने एम्स के डॉक्टरों से विसरा की जांच के लिए संपर्क किया। वहां के विशेषज्ञों ने विसरा की जांच सेंट्रल फोरेंसिक लैब चंडीगढ़ अथवा दिल्ली से कराए जाने की सलाह दी है। लिहाजा अब सेंट्रल फोरेंसिक लैब के अधिकारियों से संपर्क कर विसरा को जांच के लिए भेजा जाएगा। एसएसपी के मुताबिक केजीएमयू के डॉक्टरों से संपर्क कर हार्ट व खून के नमूनों की जांच रिपोर्ट जल्द उपलब्ध कराने को कहा गया है।
वीसी बोले, छुट्टी बढ़ाना चाहते थे अनुराग
एसआइटी प्रभारी सीओ हजरतगंज अवनीश मिश्रा ने सोमवार रात एलडीए वीसी प्रभु नारायण सिंह के करीब 14 पन्नों के बयान दर्ज किए। एसएसपी के मुताबिक प्रभु नारायण ने कहा कि अनुराग कुछ बातों को लेकर परेशान थे। वह वापस नहीं जाना चाहते थे और अपनी छुट्टी को भी बढ़ाना चाहते थे। बताया कि 14 मई को अनुराग लखनऊ आए थे। तभी से उनके साथ राज्य अतिथि गृह के कमरा नंबर 19 में ठहरे थे। 16 मई की रात वह दोनों ही आर्यन रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। रेस्त्रां में उनसे मिलने कोई नहीं आया था। रेस्त्रां से दोनों कमरे में लौट आए। अनुराग देर रात तक जगे हुए थे। जबकि वह सो गए थे। एलडीए वीसी ने बताया कि सोमवार व मंगलवार को अनुराग ने अपने कई बैचमेट व दोस्तों से मुलाकात भी की थी।
एलडीए वीसी से मांगा जांच में सहयोग
अनुराग के घरवाले एलडीए वीसी से जांच में पूरे सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं। अनुराग के बड़े भाई मयंक तिवारी के मुताबिक उन्होंने एलडीए वीसी के कई बैचमेट अधिकारियों के जरिए उन्हें संदेश दिया है कि वह जांच में पूरा सहयोग करें। उनके परिवार की एलडीए वीसी से यही अपेक्षा है।