मुलायम सिंह यादव के तेवर सख्त, आज कर सकते हैं बड़ा फैसला
लखनऊ में आज पार्टी के मुख्यालय पर मुलायम सिंह का आगमन 11:00 बजे संभावित है। मुलायम को बताया गया कि आज की बैठक में अखिलेश भी पहुंचेंगे।
लखनऊ (वेब डेस्क)। समाजवादी पार्टी में कल की उठापटक के बाद भी बिल्कुल शांत रहे पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव आज सख्त फैसला कर सकते हैं। लखनऊ में आज पार्टी के मुख्यालय पर मुलायम सिंह का आगमन 11:00 बजे संभावित है। मुलायम को बताया गया कि आज की बैठक में अखिलेश भी पहुंचेंगे।
इस बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पार्टी के दफ्तर में पहुंच गए हैं। पार्टी कार्यालय के बाहर काफी गहमा-गहमी है। आज का दिन बड़े फैसले वाले दिन के रूप में देखा जा रहा है।
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समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने पार्टी में जारी घमासान पर कल कुछ कहने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि वह आज इस पर सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखेंगे। इसके बाद कल शाम को पार्टी नेताओं के साथ एक आपात बैठक के बाद मुलायम ने कहा कि वह पार्टी के सभी विधायकों, पूर्व विधायकों और वरिष्ठ पार्टी सहयोगियों से बातचीत के बाद ही कुछ कहेंगे।
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माना जा रहा है कि मुलायम कल लखनऊ में दिन भर चले घटनाक्रम से बेहद आहत हैं। उन्होंने अपने भाई शिवपाल सिंह यादव और तीन अन्य मंत्रियों को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने को काफी गंभीरता से लिया है। उन्होंने अपने भाई और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव को अखिलेश के समर्थन में पत्र लिखने के कारण ही उनको पार्टी से छह वर्ष के लिए पार्टी से बाहर कर दिया है। मुलायम सिंह बेहद नरम दिल के हैं, लेकिन उनको अनुशासनहीनता जरा भी बर्दाश्त नहीं है। इसी कारण से समाजवादी पार्टी कल के उठापटक वाले दिन के बाद आज का दिन बेहद अहम है।
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कल पहली बार मुलायम सिंह यादव के परिवार के किसी सदस्य को पार्टी से बर्खास्त किया गया। इस बर्खास्तगी का फैसला किसी और ने नहीं, बल्कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव के भाइयों मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव ने मिलकर लिया।
आज मुलायम ने पार्टी मुख्यालय में सभी विधायक, विधान परिषद सदस्य, प्रत्याशियों, जिला पंचायत अध्यक्षों और बीडीसी सदस्यों तक की बैठक बुलाई है। इसमें यदि विधायकों का संख्या बल मुलायम के प्रति एकजुट रहा तो अखिलेश को अपने निर्देशों पर वापस सुलह का प्रस्ताव रखेंगे। फिर भी अखिलेश के तेवर तल्ख दिखे तो मुलायम उनके कद पर कैंची चलाते दिख सकते हैं, संभव है कि उनसे इस्तीफा देने की बात भी कह दें। वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक में मुलायम ने यह संकेत देते हुए कहा कि बड़े संघर्षों से पार्टी बनाई है, इसको टूटने नहीं देंगे, चाहे जो कुर्बानी देनी पड़े।
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मुलायम तथा अखिलेश के साथ हुई पंचायत में शामिल रहे राज्यसभा सदस्य बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि मुलायम दुखी ही नहीं बेहद नाराज भी हैं। उनको समझाया नहीं जा सका। वह कोई भी बड़ा फैसला ले सकते हैं। सूत्र बताते हैं कल जब बर्खास्त मंत्री मुलायम से मिलने उनके घर गए तब वह गुस्से में यहां तक कह दिया कि वह मेरा बेटा है। मैंने ही उसे मुख्यमंत्री बनाया। शिवपाल नहीं चाहते थे पर, जो मेरा नहीं हुआ, वह किसी और का क्या होगा। वह अपनी बनाई पार्टी को और आगे बढ़ाएंगे। मजबूती देंगे। शिवपाल व दूसरे वरिष्ठ नेताओं ने मुलायम को भरोसा दिलाया है कि चिंता न करें सारे विधायक आपके साथ व एकजुट हैं।