अखिलेश से मिले मुलायम, बोले हार के लिए कोई जिम्मेदार नहीं
रविवार की सुबह मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव की टोह ली। यह पता चलने पर कि वह जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में चुनावी हार की समीक्षा कर रहे हैैं, मुलायम कुछ सुरक्षा कर्मियों के साथ वहां पहुंचे।
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। खांटी राजनीतिक दांव था या पिता का भावपूर्ण प्रेम? फैसला आपका है, मगर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने पार्टी की हार के बाद रविवार को जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट जाकर कार्यवाहक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। जनता के बीच रहकर संघर्ष के लिए उन्हें प्रेरित किया। तकरीबन 20 मिनट अकेले में बात करने के बाद मुलायम सैफई चले गए। कुछ देर बाद अखिलेश यादव परिवार के साथ सैफई के लिए रवाना हो गए। दोनों सडक़ मार्ग से गांव गए।
एक जनवरी 2017 को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद हासिल करने के बाद कई दिनों तक मुलायम व अखिलेश पक्ष के लोग चुनाव आयोग में कानूनी लड़ाई लड़ते रहे। इसके बाद अखिलेश यादव ने अपने कंधों पर चुनावी अभियान का बोझ उठाया। प्रचार के दौरान पिता-पुत्र के बीच सार्वजनिक रूप से बात नहीं हुई। शनिवार को सपा को गहरा धक्का देने वाला चुनाव परिणाम आया और रविवार की सुबह मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव की टोह ली। यह पता चलने पर कि वह जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में चुनावी हार की समीक्षा कर रहे हैैं, मुलायम कुछ सुरक्षा कर्मियों के साथ वहां पहुंचे। कार्यकर्ताओं को हटाते हुए कहा कि ‘मुझे अखिलेश से कुछ बात करनी है।’
मुलायम 20 मिनट तक उनके साथ रहे। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अखिलेश यादव से कहा कि ‘चुनाव में हार जीत होती रहती है, वह खुद भी चुनाव हारे हैैं। जनता के बीच रहकर उनकी समस्या के लिए संघर्ष करो।’ मुलायम ने चलते-चलते पूछे गए सवाल पर कहा कि अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होता तो यूपी में सपा की सरकार फिर बनती। हमारे लोग समझ नहीं पाए कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को कोई पसंद नहीं करता। गठबंधन करने की क्या जरूरत है। मुलायम ने कहा कि उन्होंने बड़ी मेहनत से पार्टी बनाई है।
सबने संघर्ष किया। हमने 2012 में बेटे को सत्ता सौंपी थी। यह भाजपा की विचित्र जीत और सपा की विचित्र हार है। अपर्णा यादव की हार पर मुलायम बोले, लखनऊ कैंट की सीट बेकार थी। कोई बात नहीं, उसको अनुभव हो गया। बेटी ही है। मगर कुछ घंटे बाद इटावा पहुंचने पर कहा कि हार के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है, जनता को हम प्रभावित नहीं कर पाये।
यह भी पढ़ें: जदयू नेताओं से मिले रामकृपाल, कहा - होली पर दुश्मन भी गले मिल जाते हैं
साधना का किया समर्थन: मुलायम ने अपनी पत्नी साधना यादव का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने बेहद सोच समझ कर और सादगी के साथ कहा था कि नेताजी का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कोई गलत बात तो की नहीं।
मुख्यमंत्री आवास से सामान मंगाया: अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग से अपना सामान हटवाना शुरू कर दिया है। रविवार को उनका ढेरों सामान वहां से हटाकर पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में आवंटित आवास 4,विक्रमादित्य मार्ग ले जाया गया। सूत्रों का कहना है कि अगले दो दिन के अंदर सरकारी आवास खाली हो जाएगा।
यह भी पढ़ें: लालू रहे उदास, लालूपुत्र तेजप्रताप यादव ने जमकर खेली होली