प्रमुख सचिव संग निरीक्षण करने पहुंचा दंगे का मोस्टवांटेड मसूद कुरैशी
दंगे के जिस मोस्टवांटेड मसूद कुरैशी को पुलिस तलाश नहीं कर सकी, वह सहारनपुर में प्रमुख सचिव कारागार एवं इलेक्ट्रानिक आरके तिवारी के साथ घूमता नजर आया। हैरानी की बात यह है कि मसूद ने नगर निगम में सचिव के साथ निरीक्षण व पौधरोपण के दौरान फोटो भी खिंचवाई, लेकिन
लखनऊ। दंगे के जिस मोस्टवांटेड मसूद कुरैशी को पुलिस तलाश नहीं कर सकी, वह सहारनपुर में प्रमुख सचिव कारागार एवं इलेक्ट्रानिक आरके तिवारी के साथ घूमता नजर आया। हैरानी की बात यह है कि मसूद ने नगर निगम में सचिव के साथ निरीक्षण व पौधरोपण के दौरान फोटो भी खिंचवाई, लेकिन पुलिस उसे पहचान तक नहीं सकी। इस बाबत जब अफसरों से बात की गई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
प्रमुख सचिव जिले के दो दिन के दौरे पर थे। वह आज दोपहर नगर निगम पहुंचे। जहां उन्होंने निगम कार्यों का निरीक्षण किया और अंत में पौधरोपण किया। खास बात यह है कि प्रमुख सचिव व अफसरों के साथ पूर्व सभासद मसूद कुरैशी भी मौके पर मौजूद था। जिस पर गत वर्ष 26 जुलाई को शहर में दंगे भड़काने व करवाने का आरोप है। तत्कालीन इंस्पेक्टर कुतुबशेर कुलदीप अहलावत ने दंगे की जो पहली एफआइआर लिखवाई थी, उसमें मसूद का नाम शामिल है। मुकदमा अपराध संख्या 306 में इंस्पेक्टर ने 63 दंगाइयों को नामजद किया था। दंगे के एक अन्य मुख्य आरोपी मोहर्रम अली को तो पुलिस ने दबोच लिया था, मगर मसूद फरार हो गया था। सूत्रों की माने तो वो रोजाना नगर निगम व थाना कुतुबशेर जाता है। एसएसपी नितिन तिवारी से जब इस बाबत पूछा तो बताया गया कि दंगा उनके कार्यकाल में नहीं हुआ था। इसलिए दंगाइयों को नाम व चेहरे से वो नहीं जानते हैं। उन्होंने कहा कि मसूद कुरैशी के बारे में जानकारी ली जाएगी।