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नेपाल से लौटे छह हजार से अधिक भारतीय

नेपाल में विनाशकारी भूकंप में फंसे भारत के छह हजार से अधिक लोग स्वदेश लौट आए हैं। अधिकांश को भारतीय वायुसेना के जहाजों से दिल्ली लाया गया है जबकि बड़ी संख्या में लोग सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश के बार्डर सोनौली (महाराजगंज) से लौटे हैं। सभी अब राहत महसूस कर

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2015 10:48 AM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2015 10:53 AM (IST)
नेपाल से लौटे छह हजार से अधिक भारतीय

लखनऊ। नेपाल में विनाशकारी भूकंप में फंसे भारत के छह हजार से अधिक लोग स्वदेश लौट आए हैं। अधिकांश को भारतीय वायुसेना के जहाजों से दिल्ली लाया गया है जबकि बड़ी संख्या में लोग सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश के बार्डर सोनौली (महाराजगंज) से लौटे हैं। सभी अब राहत महसूस कर रहे हैं।

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एयरफोर्स के जहाज से इनमें से कुछ को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर तो कुछ को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतारा गया। इसके साथ ही इलाहाबाद के बमरौली एयरपोर्ट पर। इसके अलावा सड़क मार्ग से आने वाले लोग उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के सोनौली बार्डर से भारत में लौटे। करीब दो हजार लोग विभिन्न फ्लाइट्स से आए हैं जबकि चार हजार लोग बस तथा अन्य वाहनों से पहुंचे हैं। पर्यटक नेपाल के भैरहवा-नवलपरासी व बुटवल काठमांडू मार्ग पर फंसे हुए थे। भारतीय प्रशासन की मदद से काठमांडू में फंसे यात्रियों को वापस लाने का प्रयास युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।

आज सात बजे से ही सोनौली सीमा से भारतीय पर्यटकों का नेपाल से वापस आने का सिलसिला शुरू हो गया। तीन बजे तक विभिन्न वाहनों से गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र व झारखंड के करीब 44 सौ पर्यटक प्रशासन की निगरानी में भारत वापस आये। नेपाल में फिर से भूकंप की आशंका को देखते हुए नरायणघाट, मुङ्क्षग्लग व पोखरा आदि क्षेत्रों में फंसी पर्यटक बसों को वापस लाया गया है। भारत वापस आ रहे यात्रियों को भारतीय परिवहन निगम ने राहत देते हुए बसों को नेपाल के बेलहिया स्थित भंसार कार्यालय के पास से यात्रियों को बैठाने का निर्णय लिया है। सोनौली रोडवेज बस स्टैंड से बसें विशेष वार्ता के तहत नेपाल के बेलहिया भंसार तक जाकर साधन विहीन यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक ले जाने में जुटेंगी।


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