फुरकान ने की थी आतंकी महबूब की मदद
लखनऊ। बिजनौर विस्फोट के बाद फुरकान ने झुलसे आतंकी महबूब की मदद करने की कोशिश की थी।
लखनऊ। बिजनौर विस्फोट के बाद फुरकान ने झुलसे आतंकी महबूब की मदद करने की कोशिश की थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से आतंकियों का दिए करीब एक लाख रुपये भी बरामद किए हैं। इससे पहले एक महिला समेत चार मददगार गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि 12 सितंबर को बिजनौर के मोहल्ला जाटान में लीलावती के मकान में विस्फोट के बाद फरार छह सिमी के आतंकियों की मदद करने के आरोप में पुलिस ने हुस्ना, रईस और अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया था। उनसके पास से दो डेटोनेटर, बैटरी और एक लाख 80 हजार रुपये बरामद किए थे। इन्होंने पुलिस कस्टडी में आतंकियों की मदद करने में उमरी निवासी नदीम और झालू निवासी फुरकान के नामों का खुलासा किया था, जिसके बाद पुलिस ने नदीम को करीब डेढ़ लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था। साथ ही हुस्ना और अब्दुल्ला के मकान में से करीब साढ़े तीन लाख बरामद किए थे। उनकी निशानदेही पर रविवार को पुलिस ने काली मंदिर के निकट से झालू के मोहल्ला मिर्दगान निवासी फुरकान को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में फुरकान ने बताया कि विस्फोट के बाद आतंकी अमजद और असलम बाइक से झुलसे महबूब को लेकर उसके पास पहुंचे थे। वह कस्बे के चिकित्सक अरशद के पास महबूब का इलाज कराने ले गया था लेकिन चिकित्सक ने इन्कार कर दिया। बाद में छिपने के लिए एक मदरसे में किराए पर कमरा दिलाने का प्रयास किया, लेकिन संचालक खालिद ने मना कर दिया था। इसके बाद आतंकी उमरी के जंगल में चले गए थे। पुलिस ने आरोपी से आतंकियों द्वारा दिए गए 96 हजार 600 रुपये और आतंकी अमजद का मध्य प्रदेश के खडवा से बना हुआ ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया है। इसकी पुष्टि एसपी सत्येन्द्र कुमार सिंह ने की। पूछताछ में फुरकान ने पुलिस को बताया कि हुस्ना का बड़ा भाई कारी अतीकउर्रहमान दिल्ली में रहता है। आतंकियों के बिजनौर आने पर हुस्ना के भाई की कॉल उसके मोबाइल पर आई और उसने आतंकियों की मदद करने को कहा था। इसके बाद वह आतंकियों से मिलता रहा और उन्हें खाना व अन्य सामान उपलब्ध कराने मदद की।