लखनऊ में एमबीए छात्र की हत्या
बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय, लखनऊ के एक छात्र को उसके दोस्तों ने कल देर रात मौत के घाट उतार दिया। गुडंबा के कल्याणपुर में कल देर रात एक छात्र को उसके दोस्तों ने पीट-पीटकर मार डाला। बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय में एमबीए प्रथम वर्ष का छात्र अपने दोस्तों के घर
लखनऊ। बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय, लखनऊ के एक छात्र को उसके दोस्तों ने कल देर रात मौत के घाट उतार दिया। गुडंबा के कल्याणपुर में कल देर रात एक छात्र को उसके दोस्तों ने पीट-पीटकर मार डाला।
बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय में एमबीए प्रथम वर्ष का छात्र अपने दोस्तों के घर दावत खाने गया था, उसी दौरान किसी बात पर विवाद हो गया। प्रारंभिक छानबीन में छात्र पर शराब की बोतल से हमले की बात प्रकाश में आ रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच की जा रही है।
मूलत: चंदौली में चकिया, निवासी सेना में तैनात उपेंद्र सिंह का बेटा ओम प्रकाश सिंह बीबीडी के सामने निजी हॉस्टल में रहता था। पुलिस के मुताबिक कल रात ओम प्रकाश साथी शाकिब, जैदम खां एवं वसीम के साथ कल्याणपुर गया था। विकास, अमर, आशीष एवं आकाश ने सभी को दावत दी थी। इस दौरान युवकों ने शराब पी। आरोप है कि इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। आरोपियों ने ओम प्रकाश, जैदम, वसीम एवं शाकिब की जमकर पिटाई कर दी। मारपीट के दौरान अन्य युवक भाग गए, जबकि ओम प्रकाश वहीं फंस गया। आरोपियों ने ओम प्रकाश पर किसी धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिसमें वह लहूलुहान हो गया। वहीं जैदम को भी काफी चोटें आई हैं। गंभीर रूप से घायल ओम प्रकाश को उसके साथी निजी अस्पताल लेकर गए, जहां से ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टरों ने ओम प्रकाश को मृत घोषित कर दिया। वहीं जैदम का अभी इलाज चल रहा है।
फिलहाल पुलिस आरोपियों का अभी कुछ पता नहीं लगा सकी है। सीओ गाजीपुर के मुताबिक इस मामले में परिवारीजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
...तो मोबाइल बना मौत का कारण
ओम प्रकाश के दोस्त कादिर के मुताबिक पार्टी के बाद छात्र वापस हॉस्टल जा रहा था। इस दौरान उसका मोबाइल आरोपियों के कमरे पर छूट गया। वापस जाकर ओम प्रकाश ने अपना मोबाइल मांगा, जिसपर आरोपियों ने इंकार कर दिया। आरोप है इसी बात को लेकर उनमें विवाद हो गया और देखते ही देखते कहासुनी से शुरू हुआ हंगामा खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया।