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विपक्ष ने 100 दिन देखे योगी सरकार के 100 फरेब, बसपा ने दिया जीरो

योगी सरकार ने सौ दिन विश्वास के बताकर उपलब्धियां गिनाईं लेकिन विपक्ष ने सौ दिन सौ फरेब, सियासी धोखा, किसानों से ठगी नाम देकर विरोध दर्ज कराया। बसपा ने जीरो अंक दिया।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 27 Jun 2017 08:17 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jun 2017 10:27 PM (IST)
विपक्ष ने 100 दिन देखे योगी सरकार के 100 फरेब, बसपा ने दिया जीरो
विपक्ष ने 100 दिन देखे योगी सरकार के 100 फरेब, बसपा ने दिया जीरो

लखनऊ (जेएनएन)। योगी सरकार ने आज आज सौ दिन पूरे होने पर सौ दिन विश्वास के शीर्षक देकर अपनी उपलब्धियां गिनाईं और दावे किए लेकिन विपक्ष ने इसे सौ दिन सौ फरेब, राजनीतिक धोखा, किसानों से ठगी नाम देकर विरोध दर्ज कराया। एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी कर सौ में सौ अंक हासिल करने में लगे थे वहीं बसपा नेता मायावती ने उनके रिपोर्ट कार्ड को एक अंक देने लायक नहीं समझा। रालोद ने किसानों के साथ छल तो समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार के रिपोर्ट कार्ड को राजनीतिक धोखा करार दिया।

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योगी सरकार एक अंक देने लायक नहीं

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि योगी सरकार का सौ दिन का रिपोर्ट कार्ड एक अंक भी देने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि सौ दिन के शासन में सर्वसमाज में उदासीनता बढ़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार पर अंकुश न लग पाने से भी जनता बेहाल है। मायावती ने कहा कि मुख्यमंत्री ने थोक के भाव घोषणाएं कीं परंतु नतीजा शून्य रहा। सरकार विश्वास खोती नजर आ रही है। कर्जमाफी का डंका बजा-बजा कर वादा किया परंतु यह घोषणा कागजी लग रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि वादा करो, घोषणाएं करो और मजे से भूल जाओ, भाजपा व उनकी सरकारों की यह नीति रही है। उन्होंने कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के मामले में सरकार को जीरो बताया। आज एक बयान में मायावती ने कहा कि हो-हल्ला मचाने के बावजूद सरकार श्वेतपत्र जारी करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। मुख्यमंत्री द्वारा प्रेस वार्ता में केवल एक फोटो फीचर बुक जारी कर सौ दिन की उपलब्धियों की खानापूरी की है। बसपा मुखिया ने आरोप लगाया कि भगवा तुष्टिकरण नीति को अपना आदर्श बनाने से कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। भाजपा के गमछाधारी ही सरकार के लिए चुनौती हैं। सरकार नियंत्रण की बजाय दबंगई को शान समझ रही है। पुलिस को मारने जैसी खबरें व तस्वीरें प्रकाशित होना अब आम बात है। 

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सौ दिन में सौ फरेबः कांग्रेस 

योगी सरकार के सौ दिन पूरे होने पर कांग्रेस ने सौ दिन, सौ फरेब शीर्षक से पुस्तिका जारी करते हुए सरकार को घेरा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रिपोर्ट कार्ड जारी करने के डेढ़ घंटे के भीतर ही पत्रकार वार्ता आयोजित कर कांग्रेस ने पलटवार किया। आरोप लगाया कि मात्र सौ दिन में योगी सरकार की नीति और नीयत बेअसर साबित हुई। मुख्यमंत्री चुनावी घोषणाएं पूरा करना तो दूर शपथ ग्रहण के बाद किए वादों पर भी खरे नहीं उतरे। पत्रकार वार्ता में मीडिया इंचार्ज व पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा कि योगी सरकार को सौ दिन का जश्न मनाने का कोई अधिकार नहीं है। कानून व्यवस्था लगातार ध्वस्त होती जा रही है। आज की घटनाओं को ही मुख्यमंत्री देख लें तो उन्हें सरकार की कोई हनक न होने का अहसास होगा। उन्होंने सरकार को पब्लिक फ्रेंडली के बजाय अपराधी मित्र करार दिया। पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह ने अपराधों में 200 से 400 फीसद तक वृद्धि होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। उनका कहना था कि सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है। 15 जून तक प्रदेश की सड़कों की गड्ढामुक्ति न होना, कर्जामाफी का वादा पूरा न करना, यांत्रिक बूचड़खाने बंद न होना, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान की स्थिति पूर्ववर्ती सरकार से भी दयनीय होना, मुख्यमंत्री द्वारा कई बार चेताने के बाद भी सभी मंत्रियों व अधिकारियों द्वारा अपनी संपत्तियों का विवरण न देना, गेहूं खरीद लक्ष्य पूरा न होना और आलू किसानों का संकट दूर न होने जैसे सौ बिंदुओं को हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आत्मप्रशंसा करने से जनता का भला नहीं होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की तरह राज्य सरकार भी केवल पैकेजिंग व ब्रांडिंग के जरिये ही चलाई जा रही है। 

रिपोर्ट कार्ड राजनीतिक धोखा : सपा

योगी सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट कार्ड को राजनीतिक धोखा बताते हुए समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सौ दिन विश्वास के नाम पर प्रदेश की जनता से विश्वासघात किया गया है। मंगलवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट कार्ड तो किसी ने मांगा भी नहीं था। जब एक कदम चले ही नहीं, बजट नहीं, योजना नहीं तो पुस्तिका कैसी? इतनी कम अवधि में कोई सरकार अलोकप्रिय हो जाए, उसका यह पहला उदाहरण है। चौधरी ने कहा कि यह बोलने में संकोच क्या था कि जिस पुस्तिका का पत्रकार वार्ता में वाचन किया गया है, उसमें यह उल्लेख क्यों नही है कि यह सभी काम समाजवादी सरकार में शुरू हो चुके थे। पुराने कामों को अपने बता कर जनता को गुमराह करने की साजिश है। उन्होंने भाजपाराज में 200 गुना से ज्यादा अपराध होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भगवा अंगोछे वाले निरंकुश हैं और पुलिस पर हमला कर रहे हैं। दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारों की नीति व नीयत जातीय वैमनस्य बढ़ाने व सांप्रदायिक उन्माद को प्रोत्साहित करती है। योगी सरकार का अगर यही आगाज है तो अंजाम क्या होगा? 

सौ दिन में किसानों को ठगा : रालोद

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने योगी सरकार पर सौ दिन के कार्यकाल में किसानों और अन्य वर्गो के ठगे जाने का आरोप लगाया। पार्टी दफ्तर में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि किसानों को लागत से डेढ़ गुना लाभकारी मूल्य दिलाने का वादा करने वाली भाजपा सरकार उन्हें खेती की लागत भी नहीं दिला पाई है। कर्ज माफी की घोषणा करने वाली भाजपा मुकरती दिख रही है। पूरे कृषि ऋण की बजायकेवल आंशिक कर्ज माफी करने से किसानों में हताशा है। भाजपा के पक्ष में वोट करने वाले अब पछता रहे हैं। इस मौके पर राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल दुबे ने कानून व्यवस्था, बिजली संकट और सड़कों की गड्ढ़ा मुक्ति अभियान के फेल होने का ठीकरा सरकार पर फोड़ते हुए कहा कि जनता 2019 के चुनाव में इसका बदला लेगी।


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