मायावती की यूपी में घरेलू बिजली की बढ़ी दर वापस लेने की मांग
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार से सूबे में बिजली भी बढ़ी दरें वापस लेने की मांग की है। मायावती ने कहा कि घरेलू तथा अन्य बिजली की दरों को बढ़ाना प्रदेश सरकार की घोर विफलता का उदाहरण है।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार से सूबे में बिजली भी बढ़ी दरें वापस लेने की मांग की है। मायावती ने कहा कि घरेलू तथा अन्य बिजली की दरों को बढ़ाना प्रदेश सरकार की घोर विफलता का उदाहरण है।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार घरेलू बिजली की बढ़ी दरें तत्काल वापस ले। प्रदेश सरकार एक तो प्रदेश की जनता को पर्याप्त बिजली नहीं दे पा रही है, दूसरी तरफ दाम बढ़ाकर प्रदेश की जनता की कमर तोडऩे का काम कर रही है। सरकार ने यह घोर जनविरोधी काम किया है। सरकार ने सभी प्रकार की बिजली की दरों में इजाफा करने का जो काम किया है, वह गैर जिम्मेदाराना है। इस बार घरेलू बिजली दरों में 17 फीसदी बढ़ोतरी की है, जो भोली जनता के साथ बड़ा धोखा है। इससे उत्तर प्रदेश के करोड़ो निवासियों को महंगाई का एक और झटका लगेगा। अभी तक खराब बिजली ट्रांस्फार्मर, अनियमित बिजली सप्लाई, खराब मीटर को झेल रहे लोगों को अब बड़े संकट का सामना करना पड़ेगा। बिजली आपूर्ति में सुधार के लंबे-चौड़े वादे की अब पोल खुलने लगी है।
मायावती ने कहा अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था तथा जनहित व विकास के कामों में इस सरकार का जितना रिकार्ड खराब है, उससे भी ज्यादा बिजली के मामले में है। उन्होंने कहा कि 2012 के विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा पत्र में दावा किया गया था कि गांवों में 20 तथा शहरों में 22 घंटे बिजली की आपूर्ति होगी। इसके साथ ही कृषि तथा उद्योगों के लिए अलग फीडर की व्यवस्था होगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। तीन वर्ष के कार्यकाल में सरकार का झूठ सभी को दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि बिजली जैसे सबसे जरूरी चीज की दरों में इजाफा करने का सरकार का निर्णय बेहद निंदनीय तथा अनुचित है। सरकार को अपने फैसले को वापस लेना चाहिए।