पीलीभीत में 'मर्दानी' ने मनचले को चप्पलों से पीटा
पुलिस के हाथ पर हाथ धरे रखने से खफा एक मर्दानी ने पीलीभीत में मनचलों को तगड़ा सबक सिखाया। उसने कोतवाली में ही मनचले पर अपना सारा गुबार निकाला और उसको चप्पलों से जमकर पीटा।
लखनऊ। पुलिस के हाथ पर हाथ धरे रखने से खफा एक मर्दानी ने पीलीभीत में मनचलों को तगड़ा सबक सिखाया। उसने कोतवाली में ही मनचले पर अपना सारा गुबार निकाला और उसको चप्पलों से जमकर पीटा। पीलीभीत के पूरनपुर में भले ही इस मामले में भले ही मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ हो लेकिन यह लड़की मनचलों के लिए एक मिसाल बन गई है। छेडख़ानी जैसी हरकतें करने वालों को घटना से सबक लेने की सलाह दी जा रही है।
पीलीभीत के पूरनपुर कोतवाली में हवालात के सामने का बरामदा और वहां अपराधी की भांति सिर झुकाए खड़ा छेड़छाड़ का आरोपी युवक और उसके सिर पर चप्पलें बरसाती छात्र। यह नजारा भले ही चार दिन पुराना हो गया लेकिन हर किसी की जुबां पर मर्दानी का कारनामा अनायास ही आ जाता है। दोनों पक्षों में समझौता होने के बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और मामले में पुलिस अधिकारियों की चुप्पी मानवाधिकार उल्लंघन के प्रति जवाबदेही पर साफ उंगली उठा रही है।
तीन जुलाई को सांय करीब 4:30 पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र में एक छात्रा से दो बाइक सवार मनचलों ने सरेबाजार तब छेडख़ानी का प्रयास किया जब वह कोचिंग पढ़कर लौट रही थी। इसके बाद तो वह इन मनचलों के ऊपर शेरनी की तरह टूट पड़ी। कोतवाली गेट पर ही हिम्मत दिखाते हुए छात्रा ने बाइक सवारों को रोका। उसके चिल्लाने पर पुलिस वाले भी आ गए थे। दोनों युवकों को पुलिस ने उठाकर हवालात में डाल दिया था। एक युवक को युवती के निर्दोष बताने पर छोड़ दिया गया था लेकिन दूसरे के गृह दशा उस दिन खराब थी। युवती के शोर मचाने पर पुलिस ने युवक को हवालात से निकाल दिया था। हवालात के सामने उस बरामदे में युवती ने युवक को जमकर चप्पलों से पीटा था जहां मानवाधिकार आयोग के निर्देशों का बोर्ड लगा हुआ था। युवती जब शेरनी के अंदाज में युवक पर चप्पलें बरसा रही थी तो पुलिस वाले तमाशा देख रहे थे। कुछ लोग तो मोबाइल पर इसकी रिकार्डिंग भी कर रहे थे। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच उस दिन तो समझौता हो गया था लेकिन अब पिटाई की वह वीडियो इतनी वायरल हो गई है कि युवक भूमिगत हो गया है। लड़की तो बाजार में सिर उठाकर घूम रही है लेकिन फिल्म में काफी पिटाई और पैरों पर गिरकर माफी मांगने के दृश्य इतने आम हो गए हैं कि चार दिन बाद भी इस मामले की चर्चा हर जुबान पर है।
कल कई टीवी चैनलों पर यह स्टोरी चलने से मामला एकबार फिर गर्म हो गया है। पूरनपुर कोतवाली पुलिस पर भी तमाम सवाल उठ रहे हैं। मूवी में दिख रहे पुलिस वाले कौन हैं और वे अपने सामने मानवाधिकारों का उल्लंघन क्यों करा रहे हैं यह जांच का विषय हो सकता है। मूवी किसने और क्यों बनाई इसका जवाब भी पुलिस पर नहीं है। बताया जाता है कि एक दारोगा ने ही मूवी तैयार की थी। इसे सबसे पहले लड़की के मोबाइल पर ट्रांसफर किया गया था। उसके बाद ट्रांसफर का सिलसिला नहीं थमा। पूरे मामले पर कोतवाली पुलिस चुप्पी साधे हुए है वहीं पुलिस के अधिकारी भी मौन हैं।