Move to Jagran APP

लखनऊ के अफसरों ने खुद ही दबा दी अवैध खनन की वसूली

प्रशासन के सामने दिक्कत है कि जब तक नोटिस तामील नहीं हो जाती बकायेदारों से नियमानुसार वसूली भी नहीं की जा सकती।

By amal chowdhuryEdited By: Published: Fri, 21 Jul 2017 09:44 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jul 2017 09:44 AM (IST)
लखनऊ के अफसरों ने खुद ही दबा दी अवैध खनन की वसूली
लखनऊ के अफसरों ने खुद ही दबा दी अवैध खनन की वसूली

लखनऊ (जागरण संवाददाता)। राजधानी लखनऊ में 12 करोड़ रुपये की वसूली के लिए किसी एसडीएम ने एक साल से नोटिस ही तामील नहीं कराए हैं। खनन अनुभाग ने 268 मामलों में बकाया वसूली के लिए नोटिस जारी कर एसडीएम को तामील कराने के निर्देश दिए थे।

loksabha election banner

इनमें सबसे अधिक नोटिस सदर तहसील को 102, सरोजनीनगर को 21, बख्शी का तालाब में 88, मलिहाबाद में 28 व मोहनलालगंज में 29 नोटिस तामील कराने के लिए जारी किए गए थे। डीएम के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी वित्त और राजस्व शत्रुघ्न सिंह ने सभी एसडीएम की अवैध खनन की बकाया वसूली की आख्या मांगी तो हैरान रह गए। गत एक साल से किसी भी तहसील के एसडीएम ने एक भी नोटिस की आख्या तामील कराकर नहीं दी।

यह भी पढ़ें: पांच घंटे एबीवीपी के कब्जे में रहा लखनऊ विश्वविद्यालय

एसडीएम ने अवैध खनन के बकायेदारों को रकम जमा करने की छूट अपने स्तर से ही प्रदान कर दी। अब प्रशासन के सामने दिक्कत है कि जब तक नोटिस तामील नहीं हो जाती बकायेदारों से नियमानुसार वसूली भी नहीं की जा सकती। नोटिस तामील होने के बाद ही प्रशासन बकाया नहीं मिलने की सूरत में आरसी जारी कर सकता है। एसडीएम की दरियादिली से नाराज डीएम ने सभी एसडीएम को नोटिस जारी करते हुए आख्या मांगी है।

यह भी पढ़ें: गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की होगी सीबीआइ जांच


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.