ज्योति हत्याकांड में मोबाइल काल डिटेल चौकाने वाले
लखनऊ। कानपुर में ज्योति हत्याकांड के मुख्य हत्या आरोपी पीयूष की प्रेमिका मनीषा मखीजा का ब
लखनऊ। कानपुर में ज्योति हत्याकांड के मुख्य हत्या आरोपी पीयूष की प्रेमिका मनीषा मखीजा का बचना मुश्किल है। पुलिस ने उसके खिलाफ जो साक्ष्य बरामद किए हैं वह उसे पीयूष के बराबर हत्या का दोषी ठहराने के लिए काफी हैं। सुबूत भी ऐसा ही कुछ कहते हैं।
पुलिस ने मनीषा और पीयूष के बीच परिस्थितिजन्य साक्ष्य जुटाये हैं जो काल डिटेल पर आधारित हैं। घटना वाले दिन उसने अवधेश और मनीषा से कई बार बात की। अवधेश को पहले शाम 7:55 बजे फोन किया जिसमे 38 सेकेंड बात हुई। इसके बाद रात 9:05 बजे उनके बीच बात हुई और फिर रात 9:55 बजे 16 सेकेंड की संक्षिप्त बात हुई। इससे कहीं ज्यादा पीयूष ने मनीषा से बातचीत की। उसने 2437 सेकेंड (लगभग 40 मिनट) से ज्यादा बात की। पुलिस के मुताबिक पीयूष ने मनीषा को शाम 7:50 बजे फोन किया और 1236 सेकेंड बात की। रात 9:09 बजे फिर फोन किया लेकिन समय का जिक्र नहीं है। इसके बाद फिर रात 9:56 बजे उनके बीच 775 सेकेंड बात हुई। अंतिम बातचीत का ब्यौरा रात 10:42 बजे का है जिसमे उनके बीच 426 सेकेंड बात हुई। पुलिस के मुताबिक इसके बाद फोन बंद कर दिया गया। इन काल डिटेल के आधार पर पुलिस ने मनीषा को बराबर का दोषी मानते हुए यह भी कहा कि मनीषा को हत्या की पूरी जानकारी थी। फोन में वह पीयूष से पल-पल की जानकारी लेती रही। जब पीयूष पत्नी ज्योति के साथ घटनास्थल की ओर जाने लगा तो फिर उनके बीच बातचीत बंद हो गई। अधिवक्ता अजय सिंह भदौरिया की माने तो यह परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं जो मनीषा को दोषी साबित करने में अहम भूमिका अदा करेंगे।