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भ्रष्टाचार की जद में सूबे की अधिकांश जेल

लखनऊ (आनन्द राय)। प्रदेश की अधिकांश जेल में बंदियों और जेल प्रशासन के बीच आए दिन बवाल बढ़

By Edited By: Published: Mon, 07 Oct 2013 12:55 PM (IST)Updated: Mon, 07 Oct 2013 01:12 PM (IST)
भ्रष्टाचार की जद में सूबे की अधिकांश जेल

लखनऊ (आनन्द राय)। प्रदेश की अधिकांश जेल में बंदियों और जेल प्रशासन के बीच आए दिन बवाल बढ़ रहा है। जेल प्रशासन रसूखदार के साथ ही माफिया व पैसे वाले कैदियों को सारी सुविधाएं मुहैया करा रहा है जबकि अन्य बंदियों को नियमानुसार भी कुछ हासिल न होने के साथ ही उनका उत्पीड़न भी होता है। भ्रष्टाचार में लिप्त जेलकर्मियों का यही दोहरा मापदंड बवाल की जड़ है।

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मथुरा जेल में दो दिन पहले कैदी राम बाबू सिंह की पिटाई के बंदियों ने हंगामा मचा दिया। कन्नौज जिला जेल में बंदी रक्षकों की पिटाई से परेशान एक बंदी के आत्महत्या कर लेने पर जमकर बवाल हुआ। यह तो बानगी भर है।

एक दशक में जेलों की व्यवस्था बद से बदतर हुई है। दरअसल जेल से ही माफिया रंगदारी वसूलने से लेकर गिरोह तक संचालित कर रहे हैं। बदले में वह सुविधा शुल्क देते हैं। इसी कारण जेलकर्मी भी उन्हें पूरा सहयोग करते हैं। हाल में आजमगढ़ में पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या हुई तो पुलिस का दावा था कि हत्या की साजिश जेल से रची गयी। उस समय एडीजी कानून-व्यवस्था ने कहा कि जेल से अपराधी अपना धंधा चला रहे हैं। बंदीरक्षक या अफसर अगर सहयोग में रोड़ा बनते, उन्हें रास्ते से भी हटा दिया जाता है।

बीते दिनों उन्नाव में एक कैदी ने बंदीरक्षक पर चाकू से हमला किया तो आरोप लगा कि हमला प्रधान बंदी रक्षक के इशारे पर हुआ। बरेली सेंट्रल जेल के बंदी रक्षक मुकेश की हत्या, मेरठ के डिप्टी जेलर नरेन्द्र द्विवेदी की हत्या, लखनऊ के जेलर अशोक गौतम व जेल अधीक्षक आरके तिवारी की हत्या, ललितपुर के बंदीरक्षक विष्णु सिंह की हत्या, जिला कारागार आजमगढ़ के जेलर दीपसागर की हत्या, बंदी रक्षक रामनारायण की हत्या तथा मेरठ कारागार के चिकित्सक डा. हरनाम सिंह की हत्या में माफिया के साथ जेलकर्मियों की संलिप्तता भी पाई गयी। जेल में बढ़ते भ्रष्टाचार और गुटबाजी का ही नतीजा है कि बंदियों की भी जान गई। लखनऊ में कैदी मटरू, वाराणसी जेल में निरूद्ध सपा पार्षद बंशी यादव, अन्नू त्रिपाठी और मंगल प्रजापति व लखनऊ जेल के अस्पताल बैरक में बंदी ओमप्रकाश श्रीवास्तव की हत्या इसकी बानगी है।

कारागार मंत्री राजेन्द्र चौधरी कहते हैं कि जेलों की बुनियादी सुविधाएं दुरुस्त की जा रही हैं। जहां गड़बड़ी मिल रही है, वहां कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हम भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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