हाल की बड़ी रेल दुर्घटनाओं में आइएसआइ का हाथ
हाल के बड़े रेल हादसों में जांच एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का हाथ है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे ने सतर्कता बढ़ाई है।
By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 22 Feb 2017 08:36 PM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 06:40 PM (IST)
लखनऊ (जेएनएन)। हाल में हुए बड़े रेल हादसों में जांच एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का हाथ है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे ने सतर्कता बढ़ाई है। कानपुर-कासगंज-मथुरा रेलमार्ग शीघ्र विद्युतीकृत हो जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव मिश्रा ने कासगंज में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि इज्जतनगर मंडल में भी पिछले दिनों रेल पटरी कटी मिली थी। यह गंभीर विषय था। यूपी के डीजीपी से उन्होंने व्यक्तिगत बात की है। जांच में आइएसआइ का हाथ सामने आने पर रेल लाइन की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है।
जीएम ने कहा कि मथुरा से कासगंज और अनवरगंज कानपुर तक रेल लाइन का विद्युतीकरण करने के लिए सभी तैयारियां कर ली गईं हैं। शीघ्र ही काम शुरू होकर 2017 में ही पूरा हो जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कासगंज-बरेली के बीच रेल लाइन को इलेक्ट्रिफाई करने की मंजूरी इसी बजट में मिली है। आगामी वर्ष में इसका भी विद्युतीकरण शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि रामगंगा से बरेली सिटी के बीच पूर्वोत्तर रेलवे का ट्रैक तैयार है। सीआरएस का निरीक्षण भी हो गया है, लेकिन आचार संहिता के कारण चुनाव आयोग से अनुमति मांगी गई है। जैसे ही अनुमति मिलेगी, इस ट्रैक पर गाडिय़ां दौडऩे लगेंगी। साथ ही ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की पहल पर नगद पुरस्कार दिया जा रहा है।
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