मुलायम, आजम के बगैर अखिलेश के नेतृत्व में हुई सपा की इफ्तार पार्टी
मुलायम सिंह यादव, आजम खां और शिवपाल यादव की गैरहाजिरी में सपा की रोजा इफ्तार पार्टी में मुस्लिम धर्म गुरु व समर्थक पहुंचे थे।
लखनऊ (जेएनएन)। कुनबे के महासंग्राम में समाजवादी पार्टी से सत्ता फिसली, अब परिवार के सदस्यों के दिलों में भी 'दूरियां बढ़ रही हैैं। सोमवार को मुलायम सिंह यादव, आजम खां और शिवपाल यादव की गैरहाजिरी में सपा की रोजा इफ्तार पार्टी से इस बात को बल मिला है। हालांकि बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्म गुरु व समर्थक इफ्तार में हिस्सा लेने पहुंचे थे। सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने रोजदारों का इस्तकबाल किया।
चुनावी साल में समाजवादी कुनबे छिड़ा संग्राम इतना बड़ गया कि मुलायम सिंह ने सिर्फ तीन जनसभाएं की। एक भाई दूसरी बहू और तीसरी एक समर्थक के पक्ष में थी। शिवपाल जसवंतनगर विधानसभा में घिरे रहे। चुनाव परिणाम आने के बाद शिवपाल ने नया दल बनाने का एलान किया। तारीख घोषित की मगर मुलायम के दखल पर उसमें बदलाव कर दिया। इस दौर में अखिलेश यादव ने स्वीकारा कि 'चुनावी हार का एक कारण परिवार की कलह की अतिरिक्त चर्चा रही।
ऐसे में सपा 19 जून को रोजा इफ्तार एलान किया तो निगाहें मुलायम पर थीं। सोमवार सुबह मुलायम दिल्ली में थे, वहां ढेरों नेताओं से मिले। शाम साढ़े छह बजे वह लखनऊ पहुंचे। इफ्तार का समय सात बजकर कुछ मिनट पर था, ऐसे में उम्मीद थी शायद वह इफ्तार पार्टी में आ जाएं मगर वह सीधे विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास चले गए, जबकि पिछले साल बहुत बीमार होने के बाद भी इफ्तार पार्टी में गए थे। आजम रामपुर में बने रहे। शिवपाल इफ्तार पार्टी से चंद कदम दूर घर पर रहे, जिससे साफ है कि समाजवादी परिवार में सियासी मतभेद ही नहीं, दिलों में दूरियां बढ़ रही हैं। ऐसे में अगर शिवपाल यादव का समाजवादी लोकतांत्रिक मोर्चाअस्तित्व में आ जाए तो हैरत नहीं होगी।
राजनीति के जानकारों का कहना है कि मोर्चा बना तो सपा के लिए सियासी राह कठिन होगी। दूसरी ओर इफ्तार पार्टी में उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, शायर अनवर जलालपुरी, वसीम बरेलवी, बेनी प्रसाद वर्मा, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, सीपीआइ नेता अतुल अंजान मौजूद थे। हमेशा की तरह लखनऊ के प्रमुख मुस्लिम इदारों, खानखाहों के प्रमुखों ने रोजा इफ्तार में हिस्सा लिया। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी का कहना है कि रोजा इफ्तार पार्टी में तकरीबन 25 हजार लोगों ने शिरकत की। शिया, सुन्नी दोनों संप्रदाय के लोग व धर्म गुरुओं ने इफ्तार पार्टी में हिस्सा लिया। इफ्तार के बाद नमाज में मुल्क की खुशियां व सौहार्द कायम रखने की दुआ मांगी गई।