पश्चिमी उप्र के कई जिलों में ओलावृष्टि,महोबा में पारा 44 पार
मौसमी उलटफेर कहीं राहत का सबब बना तो कहीं आफत का। पश्चिम में आंधी के साथ कई जिलों में बारिश के साथ ओले भी पड़े। आम और गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।
लखनऊ (जेेएनएन)। शनिवार को हुआ मौसमी उलटफेर कहीं राहत का सबब बना तो कहीं आफत का। पश्चिम में आंधी के साथ कई जिलों में बारिश के साथ ओले भी पड़े। आम और गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी देर तक ठप रही। मुख्य मार्गों पर पेड़ गिरने से यातायात भी प्रभावित हुआ। शनिवार को सूबे में महोबा सबसे गर्म रहा। यहां पारा 44 डिग्री सेल्सियस पर जाकर रुका।
पहाड़ों पर मौसम में आए बदलाव का असर पश्चिमी उप्र के अलावा कानपुर और आसपास के जिलों में भी हुआ। तापमान तो कर्मी आई है लेकिन गर्मी पर कोई असर नहीं पड़ा है। दोपहर में धूप का प्रकोप बढऩे से लोग परेशान रहे। बुंदेलखंड में महोबा सबसे गर्म रहा। शनिवार को बांदा का तापमान अधिकतम तापमान 43 डिग्री, जालौन का 41, हमीरपुर का 43 और महोबा का 44 डिग्री सेल्सियस रहा।
मेरठ और सहारनपुर मंडल के जिलों में शाम को तेज आंधी के साथ बारिश और ओले पड़े। गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है। आंधी से बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई। सहारनपुर में भी तेज आंधी के साथ बारिश हुई। मुजफ्फरनगर और शामली में भी आंधी और बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ। बागपत में आंधी के साथ बारिश और ओले भी पड़े। अलीगढ़ में शाम साढ़े सात बजे बारिश के साथ ओले पडऩे से मौसम ठंडा हो गया। खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। मुरादाबाद मंडल में उमस भरी गर्मी बनी रही। अकेले रामपुर में हवा में ठंडक से राहत जरूर मिली।