लीकेज सिलिंडर: बर्निंग ट्रेन बनने से बची ज्ञानोदय एक्सप्रेस
आइआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन कारपोरेशन) की पूर्वोत्तर राज्यों का पर्यटन कराने जा रही ज्ञानोदय एक्सप्रेस आज बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई। पैंट्री कार में रखे गए सिलिंडरों में लीकेज पर कर्मचारियों ने उसमें आग नहीं जलाई। इलाहाबाद जंक्शन पहुंचने पर सिलिंडरों को उतारा गया। साथ ही पैंट्री
लखनऊ। आइआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन कारपोरेशन) की पूर्वोत्तर राज्यों का पर्यटन कराने जा रही ज्ञानोदय एक्सप्रेस आज बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई। पैंट्री कार में रखे गए सिलिंडरों में लीकेज पर कर्मचारियों ने उसमें आग नहीं जलाई। इलाहाबाद जंक्शन पहुंचने पर सिलिंडरों को उतारा गया। साथ ही पैंट्री कार की सारी वायङ्क्षरग काटी गई। ट्रेन में बैठे यात्रियों को आइआरसीटीसी की ओर से खाना दिया गया। उसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
शोधार्थियों को पूर्वोत्तर राज्यों की सभ्यता और संस्कृति की जानकारी देने के उद्देश्य से दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन से ज्ञानोदय एक्सप्रेस रवाना की गई। इस ट्रेन में दिल्ली विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध महाविद्यालयों के साढ़े आठ सौ विद्यार्थी बैठे थे। कानपुर से आगे बढऩे के बाद पैंट्री कार के कर्मचारियों ने सिलिंडर खोला तो उन्हें उसमें लीकेज मिला। इस पर उन्होंने रसोई गैस में आग नहीं जलाई। ट्रेन आज दोपहर 01.05 बजे जंक्शन पर पहुंची तो रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पैंट्री कार में रखे सभी 12 सिलिंडर उतरवा लिये। इस कवायद में उक्त ट्रेन करीब एक घंटे जंक्शन पर रुकी रही।
ज्ञातव्य है कि युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोडऩे के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी), पर्यटन मंत्रालय व रेलवे ने यह योजना तैयार की है। इस विशेष ट्रेन के माध्यम से शोधार्थियों को भारतीय सभ्यता व संस्कृति के नजदीक से दर्शन कराया जाएगा।
दुर्घटना से बची गोदिया एक्सप्रेस
जौनपुर के मुफ्तीगंज स्टेशन पर बीती रात उस समय हड़कंप मच गया जब एक बाइक मुजफ्फरपुर से दुर्ग जाने वाली गोदिया एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन में फंस गई। 50 मीटर जाने के बाद ट्रेन का इंजन जाम हो गया और दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बच गई। इंजन जाम होने के कारण ट्रेन को करीब 10 मिनट बाद रवाना किया गया।
रात आठ बजे ट्रेन के आने का समय हुआ तो मेन गेट बंद कर दिया गया। जल्दबाजी में तीन लोग एक बाइक को लेकर ट्रैक पार करने लगे, किंतु दुर्भाग्य से बाइक ट्रैक में ही फंस गई। इसी दौरान ट्रेन आ गई और वे डर कर भाग गए। ट्रेन के इंजन के अगले हिस्से में बाइक फंस गई। ट्रेन बाइक को घसीटने हुए आगे निकल गई। इससे चिंगारी निकलने लगी। 50 मीटर दूर जाने के बाद इंजन जाम होने के कारण ट्रेन खड़ी हो गई। रेलवे कर्मियों ने इंजन में फंसी बाइक को अलग किया और इंजन चेक कराने के बाद करीब 10 मिनट बाद ट्रेन को रवाना किया। वहीं बाइक किसकी थी और वे कौन लोग थे जो बाइक को ट्रैक से ऊपर से लेकर जा रहे थे, का पता नहीं चल सका। स्टेशन मास्टर राजेंद्र प्रसाद मिश्र से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने घटना होने से ही इन्कार कर दिया।