रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी का आरोपित गिरफ्तार
बेरोजगारों को झांसे में लेकर गिरोह तक पहुंचाता था गिरफ्तार आरोपित, संविदा पर बुकिंग क्लर्क की भर्ती के लिए वसूले थे ढाई लाख, दो लोग फरार।
लखनऊ, जेएनएन । रेलवे में नौकरी का झांसा देकर बेरोजगार युवकों से ठगी के मामले में साइबर सेल और हजरतगंज पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित गोविंद पुरी कालकाजी, नई दिल्ली निवासी विपिन शुक्ला ने बताया कि वह बिचौलिये का काम करता था।
सीओ का कहना है कि विपिन गिरोह के सदस्यों को नौकरी के लिए उम्मीदवार उपलब्ध कराता था। इसके एवज में उसे 20 हजार रुपये प्रति व्यक्ति मिलते थे। फरार आरोपितों में अरविंद शर्मा उर्फ अरविंद दुबे और दिनेश जोशी शामिल हैं। ये भी दिल्ली के निवासी बताए जा रहे हैं। गिरोह युवकों से सिक्योरिटी मनी के नाम पर रुपये वसूलता था। पुलिस टीम फरार आरोपितों और गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
अन्नपूर्णा कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर के नाम से थी कंपनी
आरोपितों ने पूवरेत्तर रेलवे के स्टेशनों पर संविदा पर बुकिंग क्लर्क बनाने का झांसा देने के लिए अन्नपूर्णा कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर नाम की कंपनी बनाई थी। एडवांस में पांच लाख रुपये मांगे जाते थे। इन्हें नौकरी के एक माह बाद वापस करने का झांसा दिया जाता था। बताया गया कि कई राज्यों के युवकों ने 50 फीसद तक रुपये दे दिए थे। पीड़ित आकाश कंपनी के दिए गए पते पर 5/403 विराज खंड पहुंचा था तो वहां कोई नहीं मिला था। इसके बाद उसने पुलिस में मामले की शिकायत की।
ऐसे हुई ठगी की जानकारी
हरियाणा के करनाल में मजदूरी करने वाले जिला सिंह के बेटे आकाश को फोन पर रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया। हर महीने 18 हजार रुपये वेतन का झांसा देकर उससे पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। नवंबर माह में ढाई लाख रुपये अशोक मार्ग स्थित एक होटल में आकाश से वसूले गए। नियुक्ति पत्र लेकर आकाश जब डीआरएम ऑफिस, लखनऊ पहुंचा तो सारे खेल की जानकारी हुई।