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मारो-मारो की आवाजों से सहमे हर्रई वाले बाबा, तीन दिन की रिमांड

संतानोत्पत्ति के नाम पर सौ से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले बाबा परमानंद तिवारी की पुलिस को तीन दिन की रिमांड मिली है। बाबा को आज पुलिस ने कोर्ट में पेश किया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 27 May 2016 04:09 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2016 07:23 PM (IST)
मारो-मारो की आवाजों से सहमे हर्रई वाले बाबा, तीन दिन की रिमांड

लखनऊ। संतानोत्पत्ति के नाम पर सौ से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले बाबा परमानंद तिवारी की पुलिस को तीन दिन की रिमांड मिली है। बाबा परमानंद पर आज कोर्ट के बाहर भीड़ ने पथराव कर दिया, हालांकि बाराबंकी पुलिस ने बचा लिया। एसीजेएम कोर्ट ने परमानंद की तीन दिन की पुलिस रिमांड को मंजूरी दे दी है। पुलिस का कहना था कि रामशंकर ने कुछ और अश्लील सीडी व अन्य साक्ष्य चित्रकूट में छिपा रखे हैं जिन्हें बरामद करने के लिए उसको चित्रकूट ले जाना जरूरी है। पुलिस यह भी जानना चाहती है कि बाबा के इस अश्लील कारोबार में और कौन-कौन लोग शामिल थे? अदालत ने तीन दिन की रिमांड मंजूर कर दी। ढोंगी बाबा की पैरवी के लिए भी हाईकोर्ट के कई अधिवक्ता आए थे। रिमांड की अवधि शनिवार को प्रात:11 बजे से 31 मई को प्रात:11 बजे तक रहेगी। पुलिस की पूरी कार्रवाई और पूछताछ के दौरान परमानंद के वकील भी साथ रह सकेंगे।

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कभी बरसते थे फूल आज पत्थर --- परमानंद के कोर्ट से निकलते ही परिसर में एकत्र भीड़ हमलावर हो गई। भीड़ ने मारो-मारो की आवाज के साथ उसपर पथराव कर दिया। भीड़ के आक्रोश को देखते हुए सुरक्षा में लगाई गई पीएसी ने मोर्चा संभाला और लाठियां फटकार भीड़ तितर-बितर कर दिया। पुलिस उपाधीक्षक नगर विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि परमानंद की पत्नी व अन्य सहयोगियों को भी तलाश किया जा रहा है। पुलिस उसके बैंक खातों की भी पड़ताल कर रही है। कथित बाबा परमानन्द तिवारी को आज कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस ने एसीजेएम बाराबंकी की कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने बाबा की सात दिन की रिमांड मांगी थी। पुलिस को तीन दिन की रिमांड मिली है। बाबा की रिमांड पर लंबी बहस हुई।

बाबा के कुकर्मों से भक्त शर्मिंदा --- पाखंड़ी रामशंकर तिवारी उर्फ परमानन्द बाबा के दरबार में लोग सिर्फ संतान प्राप्ति के लिए ही नहीं आते थे। यह लोग बाबा के पास विभिन्न दुख-समस्याओं को लेकर यहां भक्त इसके निवारण के लिए आते थे। तमाम ऐसे भक्त भी हैं जो बाबा से दीक्षा लेकर उन्हें भगवान के तुल्य महत्त्व देते थे। बाबा के कुकर्म का खुलासा होने से भक्तों की आस्था पर गहरा आघात लगा है। बाबा के अनुयायी अब बाबा परमानंद के कुकर्मों की दास्तान सुनकर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। हर्रई धाम का कथित काली मठाधीश स्वामी परमानन्द उर्फ शक्ति बाबा उ$र्फ कल्याणी गुरु भक्तों को मां काली के आशीर्वाद से हर दुखों का निवारण होने का आश्वासन देता था। शनिवार से मंगल तक चलने वाले दरबार के अलावा बाबा नवरात्र, गुरुपूर्णिमा, शरदपूर्णिमा आदि अवसरों पर गुरु दीक्षा देता था। गुरुपूर्णिमा को दीक्षा लेने वाले शिष्य उसकी भगवान की तरह पूजा करते थे।

स्वयं को बताता था सर्वोपरि --- प्रवचन में परमानन्द अपने को कल्याणी गुरु बता कर गुरु को ही सर्वोपरि बताता था। उसके दर्शन के लिए भक्तों के बीच में जाने पर अफरातफरी मच जाती थी। जिसे नियंत्रित करना उसके आश्रम के सेवादारों के लिए मुश्किल हो जाता था। इस दिन नए शिष्यों को भी दीक्षित किया जाता था। इसके लिए दरबार की सदस्यता और साधना का सामान लेना अनिवार्य था।

क्या कहते भक्त --- लखनऊ के एक भक्त ने बताया कि वह करीब आठ वर्ष पहले दरबार से जुड़े थे। इस बीच तीन वर्ष तक नियमित मंगल को दरबार के जागरण में हाजिरी लगाकर विशेष अवसरों पर गुरु के दर्शन करने आते थे। वीडियो वायरल होने के बाद से आस्था को गहरा झटका पहुंचा है। वहीं समाज में भी शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। क्षेत्र के ही एक भक्त ने बताया कि वह घर के मंदिर में भगवान के साथ बाबा की तस्वीर लगाकर पूजा करता था। जिस दिन से बाबा के कुकर्मों की जानकारी हुई है उन्हें छला सा महसूस हो रहा है। उसने घर में लगी बाबा के सभी फोटो फाड़ कर फेंक दिए हैं। आश्रम से जुड़े होने के कारण समाज में उपहास झेलना पड़ रहा है।


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