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शिव को प्रिय सावन का पहला सोमवार आज

भगवान शिव को प्रिय सावन मास का पहला सोमवार आज है। वाराणसी के साथ ही उत्तर प्रदेश के सभी शहरों व गांव में आज सुबह से लोग कतारबद्ध होकर भगवान शिव के दर्शन प्राप्त कर रहे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2015 09:44 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2015 12:57 PM (IST)
शिव को प्रिय सावन का पहला सोमवार आज

लखनऊ। भगवान शिव को प्रिय सावन मास का पहला सोमवार आज है। वाराणसी के साथ ही उत्तर प्रदेश के सभी शहरों व गांव में आज सुबह से लोग कतारबद्ध होकर भगवान शिव के दर्शन प्राप्त कर रहे हैं।

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देवाधिदेव महादेव को अति प्रिय सावन और उसमें भी बेहद खास सोमवार, बाबा की नगरी के वाराणसी लिए यह दिन किसी त्योहार से कम नहीं। भक्ति की डोर में मनके की तरह गूंथे कांवरिया जत्थों का रूख बाबा दरबार की ओर है। हर तरह कल रात से ही शिवभक्तों ने हर-हर महादेव और बम बोल के उद्घोष से हर सड़क को गुंजा दिया। राह में पडऩे वाले हर शिवालय में शीश नवाया, बेल पत्र अर्पित किया और जलाजल कर दिया।

आज सुबह से ही कांवरिया जत्थों की रौनक नगर में दिख रही है। भक्त इलाहाबाद, आजमगढ़, गाजीपुर और जौनपुर की ओर से कांवर उठाए नंगे पांव लोग शिव दरबार की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। इनका हुजूम जिस भी ओर से निकला, देखने वालों का भी पोर-पोर आह्लïादित हो उठा। गंगा स्नान, बाबा का पूजन और सोमवार भोर में मंदिर के पट खुलने तक कतार में घंटों का इंतजार किसी के लिए उबाऊ हो सकता है लेकिन हर दर्द बाबा के नाम करते उद्घोष से खुद में जोश भरते रहे। कांवरियों के आने का क्रम देर रात तक जारी था और इन भक्तों पर तो मानों बाबा की भक्ति का नशा तारी था जो उन्हें संजीवनी प्रदान कर रहा था।

बाबा दरबार में गोधूलि बेला से लगी कतार

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के दूसरे दिन श्रद्धा की सावनी फुहार जमकर बरसी। सुबह से दर्शन-पूजन और जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हुआ जो गोधूलि बेला से रेला में तब्दील हो गया। अविरल कतार जिसका एक सिरा बाबा के गर्भगृह में तो दूसरा फूल मंडी के पार। जैसे जैसे शाम ढलती रही, कतार बढ़ती ही रही। विभिन्न प्रांतों, जिलों से आए श्रद्धालु और कांवडिय़े तो थे स्थानीयजनों ने भी रविवार के अवकाशीय योग का लाभ उठाया। मनोकामना पूर्ति के लिए बाबा का दर्शन-पूजन, दूध-जल से अभिषेक और बेलपत्र अर्पित किया और आंकड़ा 50 हजार के पार कर दिया। श्रीकाशी विश्वनाथ के साथ ही अन्य शिवालयों में भी दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। इससे पूरे दिन चहल पहल तो रही ही मार्कंडेय महादेव मंदिर में रात से ही कतार भी लग गई। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दर्शन पूजन का क्रम देर रात तक जारी था। इसमें कांवरियों के जत्थे अलग ही रंगत बिखेर रहे थे।


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