रेल में अकेले सफर पर महिलाओं के लिए छह का समूह
भारतीय रेल द्वारा नए वित्तीय वर्ष के प्रथम दिन से कई सुविधाओं में बदलाव कर दिया जाएगा। इसके तहत अकेले सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान होगा। आरक्षण प्रणाली में ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि अकेले सफर करने वाली महिलाओं को एक कोच में छह
लखनऊ। भारतीय रेल द्वारा नए वित्तीय वर्ष के प्रथम दिन से कई सुविधाओं में बदलाव कर दिया जाएगा। इसके तहत अकेले सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान होगा। आरक्षण प्रणाली में ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि अकेले सफर करने वाली महिलाओं को एक कोच में छह का ग्रुप बनाकर बर्थ दी जाय। इसकी सूचना टे्रन में चल रहे टीटीई यानी चल टिकट परीक्षक, आरपीएफ और जीआरपी के स्कॉट के पास भी रहेगी।
इसके अलावा आम महिला यात्रियों के लिए 182 नंबर पर कॉल करने की भी सुविधा मुहैया कराई गई है। किसी भी प्रकार की परेशानी आने पर संबंधित यात्री 182 नंबर पर कॉल करेगा। इसके बाद यथाशीघ्र पुलिस आपके पास होगी। इस संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल कार्यालय को दिशा-निर्देश आ चुके हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता अशोक कुमार के अनुसार पब्लिक रिजर्वेशन सिस्टम यानी पीआरएस में बदलाव किए जाने हैं। लोकल स्तर पर संबंधित विभागों के अधिकारी मानीटरिंग करेंगे।
अब 120 दिनों पहले आरक्षण
रेलवे 31 मार्च की आधी रात 12 बजे से 120 दिनों पहले टे्रनों में आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराएगा। अब तक यात्रियों को 60 दिनों पहले आरक्षण कराने की सुविधा रही है।
दस रुपये का प्लेटफार्म टिकट
प्लेटफार्मों पर अनावश्यक भीड़ रोकने के लिए प्लेटफार्म टिकट दस रुपये के मिलेंगे। अब तक इनका मूल्य पांच रुपये है।
पांच मिनट में जनरल टिकट
अबकी रेल बजट में सामान्य डिब्बों में सफर करने वाले यात्रियों को सिर्फ पांच मिनट में टिकट उपलब्ध कराने की सुविधा देनी है। इसके लिए स्टेशनों पर आटोमेटिक वेंडिंग टिकट मशीनें लगाई जानी हैं जिससे यात्री टिकट निकाल सकेंगे। हालांकि कैंट स्टेशन पर फिलहाल लगी दो वेंडिंग मशीनें अभी परीक्षण के दौर में हैं। यहां अभी और वेंडिंग मशीनें लगनी हैं जबकि मंडुआडीह में चार वेंडिंग मशीनें प्रस्तावित हैं।