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भूमि अधिग्रहण बिल हमारे लिए प्रतिष्ठा की बात नहीं : जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज करीब दस बजे वाराणसी के अस्सी घाट पर शव वाहिनी स्टीमर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उनके साथ संत मोरारी बापू भी मौजूद थे। इसके बाद उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2015 10:17 AM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2015 01:01 PM (IST)
भूमि अधिग्रहण बिल हमारे लिए प्रतिष्ठा की बात नहीं : जेटली

लखनऊ। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज करीब दस बजे वाराणसी के अस्सी घाट पर शव वाहिनी स्टीमर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उनके साथ संत मोरारी बापू भी मौजूद थे। इसके बाद उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया।

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संवाददाता सम्मेलन में जेटली ने कहा कि विपक्षी दल इस समय हमारी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर विकास के कामों को रोकना चाह रहे हैं। हम उनके मंसूबे सफल नहीं होने देंगे। श्री जेटली ने कहा कि संशोधित भूमि अधिग्रहण बिल पर बेकार में बवाल हो रहा है। यह बिल हमारी सरकार के लिए कोई प्रतिष्ठा की बात नहीं है। हम तो किसान की बेहतरी के लिए इसको जल्दी लागू कराने के प्रयास में हैं। उन्होंने कहा भूमि अधिग्रहण का विरोध विकास का विरोध है। विपक्ष नहीं चाहता कि देश का विकास हो।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने काले धन को देश में लाने का कदम आगे बढ़ाया है। इस कदम को हम वापस नहीं खीचेंगे। जो लोग विदेश में धन रखे हैं, हम उनको दंडित करने के लिए कानून बना रहे हैं। काला धन मामले में 77 लोगों के नाम चिह्नित है। हम इन नामों को 31 मार्च तक सदन में रखेंगे। इसके बाद दो माह में ही इनके खिलाफ दंड की प्रक्रिया होगी।

उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को भी विकास की राह पर लाने में मदद कर रहे हैं। बजट में उत्तर प्रदेश को 26 हजार करोड़ रुपए अधिक मिलेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गंगा नदी को लेकर काफी गंभीर है। उत्तर प्रदेश में गंगा नदी कानपुर और वाराणसी में सबसे अधिक प्रदूषित है। इसको निर्मल करने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास वाराणसी के विकास के लिए कई योजनाएं है। वाराणसी के बाहर भी रिंग रोड बनेगी। रिंग रोड से यहां के ट्रैफिक पर काफी फर्क पड़ेगा। शहर में लोगों को सहूलियत होगी। गुजरात के कई नगरों मे रिंग रोड बनाई गई।

इससे पहले अरुण जेटली ने अस्सी घाट पर शव वाहिनी स्टीमर का लोकार्पण किया। कार्यक्रम के बाद श्री जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सांसद होने से काशी का राजनीतिक महत्व भी अधिक है। यहां के विकास पर सबकी नजर है। उन्होंने दावा किया कि वाराणसी का विकास विश्वस्तरीय होगा। श्री जेटली कल रात ही वाराणसी पहुंच गये थे। मानस मर्मज्ञ मोरारी बापू इन दिनों वाराणसी में ही हैं।

श्री जेटली व मोरारी बापू के कार्यक्रम के लिए अस्सी घाट के पास मछली बंदर मठ के नीचे प्लेटफार्म बनाया गया, जहां से चार स्टीमरों का लोकार्पण किया गया। स्टीमरों को गंगा घाटों के दोनों छोरों पर रखा जाएगा, आने वाले शव यात्री इसका नि:शुल्क लाभ ले सकेंगे। अस्सी घाट के साथ ही सामनेघाट पर ऐसी ही भी की गई है। सामनेघाट से जल शव वाहिनी के स्टीमर, शव लेकर हरिश्चंद्र घाट जाएंगे जबकि भैंसासुर घाट का स्टीमर मणिकर्णिका घाट जाएगा। यह व्यवस्था शहर में जाम के चलते शव यात्रियों को होने वाली परेशानियों से बचाने के लिए की गई है। जल शव वाहिनी की संचालन व्यवस्था गुजरात की संस्था सुधांशु फाउंडेशन की ओर से की जाएगी। चार जल वाहिनी आ गई हैं, शेष दो वाहिनी जल्द ही आ जाएंगी। जल शव वाहिनी का प्रबंधन गुजरात के सुधांशु मित्तल व किशन जालान ने किया है।

स्टिंग आपरेशन गलत, चाहे जिसका हो : जेटली

वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बीएचयू के केंद्रीय कार्यालय सभागार में मीडिया से बातचीत की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्टिंग के संबंध में कहा स्टिंग आपरेशन गलत है, चाहे वह जिसका भी हो। हम तो किसी भी स्टिंग का समर्थन नहीं करते हैं।


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