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आंखों में उमंग और सपनों को आकार, अब तो बस पीएम मोदी का इंतजार

वाराणसी में संस्था ज्ञान-प्रवाह में नरेंद्र मोदी के जाने की सूचना से वहां हलचल में अनोखी उमंग भरी है। प्रधानमंत्री को नजदीक से देखने, मिलने के बुने सपने जल्दी आकार लें।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 30 Apr 2016 09:09 PM (IST)Updated: Sun, 01 May 2016 11:08 AM (IST)
आंखों में उमंग और सपनों को आकार, अब तो बस पीएम मोदी का इंतजार

लखनऊ। वाराणसी में सामनेघाट स्थित संस्था ज्ञान-प्रवाह में नरेंद्र मोदी के जाने की सूचना भर से वहां की हलचल में अनोखी उमंग भरी है। प्रधानमंत्री को नजदीक से देखने, मिलने के बुने सपने जल्दी आकार लें, इस ख्वाहिश में वहां के लोगों के कदम जैसे जमीन पर नहीं पड़ रहे।

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शिल्पशाला में कारीगरों के हाथ में औजारों की हर ठोकर पर खुशी झलक पड़ती है। शिल्पशाला के समन्वयक डा. प्रमोद गिरि प्रफुल्लित मन से कहते हैं कि हम लोग उस घड़ी का इंतजार कर रहे हैं जब प्रधानमंत्री के कदम इस परिसर में पड़ेंगे और हम उन्हें नजदीक से देख पाएंगे, कारीगर कुछ सुन सकेंगे, बता सकेंगे। धातु पर नक्काशी करते कारीगर शक्ति सिंह छेनी-हथौड़ी को विराम देते हैं और कहते हैं कि प्रधानमंत्री यहां आ रहे हैं यह सपनों को आकार देने ही जैसा है। हर पल प्रधानमंत्री का चेहरा ही जेहन में कौंध रहा है। इसी के साथ वह यह कह पड़ते हैं कि दिल में उमड़ती उमंग को बयां नहीं कर सकता फिर छेनी हथौड़ी लेकर जुट जाते हैं नक्काशी करने में। शिल्पशाला के बरामदे में लकड़ी के खिलौने बनाने में तल्लीन राम जियावन विश्वकर्मा चेहरा ऊपर करते ही खिलखिला पड़े। बात का मंतव्य भांप कर बोले प्रधानमंत्रीजी के नजदीक से देखे क मौका मिली। बताते हैं कि लकड़ी के वाराहअवतार, गणेश, लक्ष्मी आदि देवी देवताओं की प्रतिमाएं बनाता हूं। इसी बरामदे में दूसरी ओर अष्टधातु की प्रतिमा बनाने में तल्लीन सतीश पटेल कहते हैं कि सूर्य भगवान, गोपालजी, अन्नपूर्णाजी आदि देवी देवताओं की प्रतिमाएं बनाएं हैं और बनाने का काम निरंतर चल रहा है। वहां पहुंचने का मंतव्य भांप कर सतीश भी कुछ देर के लिए हाथ रोक देते हैं और पास पड़ी कृतियां दिखाते हैं। कहते हैं कि प्रधानमंत्रीजी आवत हउअन इ सुनकर बहुत खुशी होत हौ। जब ओनसे बतियावे क मौका मिली तो हमऊ कुछ बताईब। बाकी मन में एतना खुशी हौ कि कुछ कहत ना बनत हौ।

जांची सुरक्षा, ग्रैंड रिहर्सल

सुरक्षा एजेंसियों ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में कार्यक्रमों को सकुशल संपन्न कराने के लिए मोर्चा संभाल लिया है। एसपीजी ने कार्यक्रम स्थलों को कब्जे में ले लिया है। डीरेका परिसर छावनी में तब्दील कर दिया गया है। आज वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने लाव लश्कर के साथ उनके सभी कार्यक्रम स्थलों की गहन जांच कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। प्रोटोकाल के तहत गाडिय़ों का काफिला सबसे पहले डीरेका मैदान पहुंचा। यहां आयोजित कार्यक्रम के मद्देनजर अधिकारियों ने गहन निरीक्षण किया। मैदान, गेस्ट हाउस सहित पूरे पंडाल की सुरक्षा जांची। फ्लीट के रूप में यहां से अधिकारियों का काफिला बीएचयू, लंका, संकटमोचन मंदिर व अंत में सामने घाट स्थित ज्ञान प्रवाह परिसर पहुंचा। फ्लीट में एसपीजी व एनएसजी के कभी अधिकारी शामिल रहे। उधर, पुलिस लाइन से भी एक फ्लीट निकली जो डीरेका मैदान तक गई। बाद में मुख्य फ्लीट के साथ जुड़कर वाहनों का काफिला बाबतपुर एयरपोर्ट तक गया। एयरपोर्ट पर भी अलर्ट घोषित किया गया है। हर फ्लीट के साथ एक डमी फ्लीट भी लगाई गई है। हर फ्लीट में करीब 26 गाडिय़ां शामिल हैं। बाहर से 50 गाडिय़ां मंगाई गई हैं। पुलिस लाइन से भी 30 गाडिय़ां उपलब्ध करा दी गई हैं।

हेलीकाप्टर ने भरी उड़ान

हेलीकाप्टर ने उड़ान व लैंडिंग का पूर्वाभ्यास किया। एयरपोर्ट से डीरेका मैदान तक दो हेलीकाप्टरों ने उड़ान भरी। बाबतपुर से ही पीएम को हेलीकाप्टर से डीरेका मैदान में उतरना है।

जीआरपी में कंट्रोल रूम खुला

मोदी के आगमन पर रेलवे भी सतर्क हो गया है। राजकीय रेलवे पुलिस की ओर से कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच स्थित थाने में नियंत्रण कक्ष खोला गया है। कैंट, मंडुआडीह, काशी, वाराणसी सिटी आदि स्टेशन पर फोर्स बढ़ा दी गई है। जीआरपी मुख्यालय की ओर से कैंट स्टेशन पर अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है। इनमें एक प्लाटून पीएसी, आधा दर्जन उप निरीक्षक व 40 कांस्टेबल लगाए गए हैं। रेलवे के डीआइजी व पुलिस अधीक्षक भी रविवार को बनारस में मौजूद रहेंगे। इनके अलावा कैंट स्टेशन पर सिगरा, चेतगंज, लक्सा आदि थानों की पुलिस भी तैनात की गई है। डॉग स्क्वॉयड व बम डिस्पोजल दस्ता भी मौजूद रहेगा। सभी प्रवेशद्वार पर मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही यात्रियों को प्लेटफार्म पर प्रवेश दिया जा रहा है। रेलवे प्रशासनिक व्यवस्था के तहत लखनऊ मंडल के एडीआरएम एसके सप्रा रविवार की सुबह बनारस पहुंच जाएंगे। वह स्टेशन का जायजा लेंगे। मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक रवि प्रकाश चतुर्वेदी, वरिष्ठ स्टेशन प्रबंधक एके पांडेय, आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त एसके पाल आदि के साथ बैठक भी करेंगे।

बलिया से उज्ज्वला योजना

एक मई को बनारस-बलिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रमों में भाग लेने का संशोधित प्रोटोकाल आज जिला प्रशासन के पास आया। इसके मुताबिक पीएम अब अस्सी घाट पर शाम-ए-बनारस के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। डीरेका से वे सड़क मार्ग के बजाय हेलीकाप्टर से बीएचयू के हेलीपैड पर उतरेंगे और वहां से ज्ञान प्रवाह और अस्सी घाट सड़क मार्ग से जाएंगे। बलिया में मोदी का कार्यक्रम पूर्ववत है। यहां वे एक घंटा 20 मिनट बिताएंगे।

मोदी का कार्यक्रम पूर्ववत

पात्रों को गैस कनेक्शन देकर बलिया की बलिदानी धरती से गरीब महिलाओं के लिए देश की सबसे बड़ी निशुल्क एलपीजी योजना उज्ज्वला का आगाज करने के बाद सभा को भी संबोधित करेंगे। सुबह 11.50 बजे माल्देपुर स्थित सभा स्थल पर उनका हेलीकाप्टर उतरेगा और दोपहर 1.10 बजे वाराणसी के लिए उड़ान भरेगा। संशोधित प्रोटोकाल के मुताबिक काशी में 6 घंटे 40 मिनट के बजाय प्रधानमंत्री अब पांच घंटे 40 मिनट ही मौजूद रहेंगे। दोपहर 2.10 बजे वे डीएलडब्ल्यू हेलीपैड पर उतरेंगे। गेस्ट हाउस में शाम तीन बजे तक पीएम का समय आरक्षित है। तीन बजे वे सड़क मार्ग से डीरेका हाल जाएंगे, जहां 4.05 बजे तक विशिष्ट नागरिकों से मुलाकात करेंगे।

बांटेंगे ई-रिक्शा

डीरेका मैदान में प्रधानमंत्री 4.15 से 4.40 बजे तक चौपाल लगाकर 1000 रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा का वितरण करेंगे व उनके परिवारीजनों से मन की बात भी करेंगे।

बीएचयू से सीधे ज्ञान प्रवाह

पीएम शाम 4.55 बजे बीएचयू हेलीपैड के लिए उड़ान भरेंगे। वहां से शाम 5.20 बजे वे सड़क मार्ग से सामने घाट स्थित ज्ञान प्रवाह को प्रस्थान करेंगे, जहां शाम 5.55 बजे तक अनूठी कलाकृतियों को अवलोकन करेंगे।

गंगा पुत्रों को ई-बोट

शाम 6.00 बजे पीएम का काफिला अस्सी घाट के लिए प्रस्थान करेगा। यहां शाम 6.10 से 6.55 बजे तक वे 11 गंगा पुत्रों को ई-बोट का वितरण करेंगे।

सड़क मार्ग से जाएंगे एयरपोर्ट

अस्सी घाट से प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगे। यहां से वे रात ७.५० बजे दिल्ली की उड़ान भरेंगे।


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