आसाराम प्रकरण में जोधपुर कोर्ट नहीं पहुंचे गवाह
लखनऊ। वैद्यराज अमृत भाई की हत्या के बाद आसाराम प्रकरण के गवाह बयान से कन्नी काटने लगे हैं।
लखनऊ। वैद्यराज अमृत भाई की हत्या के बाद आसाराम प्रकरण के गवाह बयान से कन्नी काटने लगे हैं। 23 से 28 जून तक जोधपुर कोर्ट ने मड़ाई आश्रम फॉर्म हाउस के स्वामी समेत छह गवाहों को बयान के लिए बुलाया। 23 जून को रंजीत के बयान के बाद कोई गवाह कोर्ट नहीं पहुंचा। इससे सुनवाई धीमी पड़ गई है।
शाहजहांपुर की पीड़िता के वकील व जोधपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता पीसी सोलंकी ने बताया कि ट्रायल कोर्ट ने पीड़ित छात्रा के बयान के बाद 23 जून को मड़ाई आश्रम फार्म के स्वामी रंजीत को गवाही के लिए बुलाया था। रंजीत ने समय से कोर्ट पहुंचकर बयान दर्ज कराए, लेकिन बयान पूरे न होने पर उन्हें 24 जून को भी कोर्ट आने के लिए कहा गया। अधिवक्ता सोलंकी ने बताया कि 24 को ही फॉर्म हाउस में रहने वाले सत्यनारायण, 25 जून को दिल्ली पुलिस की विवेचना अधिकारी पुष्पलता तथा 26 को मड़ाई आश्रम के रामसुख को गवाही के लिए आना था, लेकिन रंजीत को छोड़ कोई भी गवाह कोर्ट नहीं पहुंचा।
सेवादार की गवाही आज
जोधपुर के मड़ाई फॉर्म हाउस पर कुटिया बनवाकर आसाराम को भेंट करने वाले किशोर को गवाही के लिए 27 जून को बुलाया गया है। किशोर आसाराम के सेवादार बताए जाते हैं। दिल्ली में एफआइआर से पूर्व पीड़िता की काउंसलिंग करने वाली एजीओ कार्यकर्ता किरण की गवाही 28 जून को होगी।