वाराणसी में रेलवे इंजीनियर ने पुत्री की हत्या कर की खुदकशी
प्रदेश की साहित्यिक व धार्मिक नगरी वाराणसी में आज डीजल रेल इंजर कारखाना के एक इंजीनियर ने अपनी बेटी की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली। इस घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
लखनऊ। प्रदेश की साहित्यिक व धार्मिक नगरी वाराणसी में आज डीजल रेल इंजर कारखाना के एक इंजीनियर ने अपनी बेटी की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली। डीजल रेल इंजन कारखाना के वरिष्ठ खंड अभियंता संतोष कुमार सिंह ने शुक्रवार को छठी कक्षा में पढऩे वाली अपनी 11 वर्षीय पुत्री साक्षी उर्फ वैष्णवी की तकिया से मुंह ढक कर हत्या कर दी। हत्या के बाद मकान के पिछले हिस्से में आम के पेड़ पर रस्सी के सहारे फंदे पर झूलकर खुदकशी कर ली। इंजीनियर अवसाद से ग्रस्त बताए गए। पुलिस को मौके पर सुसाइड नोट मिला है। इंजीनियर ने दो शादी की थी। पहली पत्नी विभा सिंह की 20 साल पहले जलने से मौत हो गई थी। उनसे दो लड़के थे। दूसरी पत्नी कुमुद से एक बेटी वैष्णवी थी, जिसकी हत्या की गई। कुमुद का निधन बीमारी से चार माह पूर्व हो गया था। इंजीनियर के पिता गोवर्धन की मौत इसी वर्ष मई में हो गई। बड़े बेटे नंदन की मौत भी बीमारी से पिछले वर्ष ही हुई थी। परिवार में एक के बाद एक मौत और बिखरे हालात इंजीनियर के अवसाद की वजह बताए गए हैं। ऐसी ही कुछ बातें सुसाइड नोट में भी उन्होंने लिखी है। अब परिवार में सिर्फ दूसरा बेटा अभिषेक बचा है, जो दिल्ली से बीटेक कर चुका है। सूचना मिलते वह दिल्ली से रवाना हो चुका है। इंजीनियर मूलत: बलिया के रहने वाले हैं।
बेटी है इसलिए ले जा रहा हूं साथ
संतोष के कमरे से मिले सुसाइड नोट को जिसने पढ़ा, वह हिल गया। संतोष ने लिखा है कि मैं अपने जीवन में तीन बड़ी विपदाओं का सामना कर चुका हूं। दो बार तो मैं संभला, लेकिन अब नहीं बर्दाश्त होता। मैं अपनी प्यारी साक्षी के साथ न्याय नहीं कर सकता। साक्षी को मैं बहुत प्यार करता हूं, इसलिए इसे भी अपने साथ लेकर जा रहा हूं। साक्षी अगर लड़का होती तो संभव था कि मैं अकेले पाल लेता, इसलिए यह कदम उठा रहा हूं।